करतारपुर में गुरुद्वारे की जमीन पाक से अदला-बदली करने को पीएम से मिलेंगे सुखबीर
शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा है कि करतारपुर में गुरुद्वारे की जमीन पाकिस्तान से अदला-बदली किए जाने के लिए वह जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेंगे।
जेएनएन, फिरोजपुर। शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा है कि करतारपुर में गुरुद्वारे की जमीन पाकिस्तान से अदला-बदली किए जाने के लिए वह जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेंगे। फिरोजपुर लोकसभा सीट से सुखबीर सिंह दल के चुनाव लडऩे के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि मैं प्रत्याशी के तौर पर ठीक नहीं क्या? हालांकि वह एक दिन पहले ही फिरोजपुर से लोकसभा चुनाव लड़ने का एलान कर चुके हैं।
सिख दंगे में सज्जन के बाद अब टाइटलर व कमलनाथ की बारी
सुखबीर बादल ने कहा कि सज्जन कुमार को सजा मिलने के साथ ही साफ हो गया है कि 1984 के दंगों की जिम्मेदार कांग्रेस ही है। अभी सज्जन कुमार को सजा हुई है। अब आगे टाइटलर व कमलनाथ की बारी है। ऐसे में कैप्टन साहब (मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह) यह चुन लो कि सिख कौम के साथ हो या फिर गांधी परिवार के साथ। झूठे बयान से सच्चाई नहीं बदलती है। शिअद 34 साल से सिख कौम को न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ रही है।
शिअद प्रधान लगाया आरोप, कांग्रेसी बेच रहे रेत और शराब, कैप्टन ने साधी चुप्पी
फिरोजपुर देहाती हलके के वर्करों के साथ टेबल टॉक से पहले सुखबीर बादल ने प्रेसवार्ता में आरोप लगाया कि कैप्टन अपने कार्यकाल में रेत की कालाबाजारी रोकने की बात कहते हुए सत्ता में आए थे, लेकिन कांग्रेसी ही रेत बेच रहे हैं। जीरा के कांग्रेसी विधायक 24 घंटे रेत बेच रहे हैं। यही नहीं, कांग्रेसियों के रेत बेचने को देखते हुए प्रदेश सरकार रेत खड्डों की बोली ही नहीं करवा रही है। हकीकत तो यह है कि शिअद-भाजपा कार्यकाल में रेत से राज्य को कमाई सालाना 100 करोड़ रुपये थी, जो घटकर अब मात्र 20 करोड़ रह गई है।
शिअद प्रधान ने यह भी आरोप लगाया कि कि कांग्रेसी हरियाणा से शराब ट्रकों में लाकर बेच रहे हैं। एक ट्रक शराब बेचकर वह पांच लाख कमा रहे हैं। इसके चलते इस साल एक्साइज विभाग को 600 करोड़ रुपये का नुकसान होगा। इसके बावजूद वित्तमंत्री मनप्रीत बादल व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी अब कुछ नहीं बोल रहे हैं।
कांग्रेस पंचायत चुनाव में कर रही धक्केशाही
सुखबीर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी जिला परिषद, ब्लॉक समिति चुनाव के बाद अब पंचायत चुनाव में भी धक्केशाही कर रही है। राज्य चुनाव आयोग सरकार के नीचे लगकर काम कर रहा है। ऐसे में राज्य चुनाव आयोग को इस्तीफा दे देना चाहिए।