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कैंट के तंग बाजारों को खुला करने की कवायद में जुटा हुआ है कैंटोनमेंट बोर्ड

कैंटोनमेंट बोर्ड कैंट के तंग बाजारों को खुला करने की कवायद में जुटा हुआ है। दुकानों के चबूतरे तोड़ दिए गए हैं। सड़कों का हाल भी बिगड़ गया है। काम में लेटलतीफी होने के कारण दुकानदारों को काफी परेशानी हो रही।

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Jul 2021 06:24 AM (IST)Updated: Tue, 20 Jul 2021 06:24 AM (IST)
कैंट के तंग बाजारों को खुला करने की कवायद में जुटा हुआ है कैंटोनमेंट बोर्ड

संवाद सूत्र, फिरोजपुर : कैंटोनमेंट बोर्ड कैंट के तंग बाजारों को खुला करने की कवायद में जुटा हुआ है। दुकानों के चबूतरे तोड़ दिए गए हैं। सड़कों का हाल भी बिगड़ गया है। काम में लेटलतीफी होने के कारण दुकानदारों को काफी परेशानी हो रही। बोर्ड की कार्रवाई से दुकानदार नाराज हैं। वहीं कैंटोनमेंट बोर्ड अधिकारियों ने कहा बेहतरी के लिए काम किया जा रहा है।

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दुकानदारों ने कहा कि सड़कों को चौड़ा करने के नाम पर कैंटोनमेंट बोर्ड द्वारा बाजारो के तोड़े जा रहे चबूतरा का महीनों बाद भी निर्माण न किए जाने के चलते उनमें व छावनी निवासियों में रोष का माहौल है। कहना है कि बोर्ड प्रशासन आगा दौड़-पीछा छोड़ की नीति पर काम कर रहा है। बाजार नंबर 3 में डा. तारा सिंह बाजार के एक वर्ष पहले चबूतरे तोड़ने के आदेश के बावजदू अभी तक निर्माण कार्य नही शुरू किया गया तो वही अड्डा लाल कुर्ती, मल्होत्रा प्रेस बाजार, बाजार नंबर 5 में भी चबूतरे तोड़े जा रहे है, लेकिन स्लैब्स व सड़क निर्माण को लटकाया जा रहा है।

धर्मवीर, अश्विनी कुमार, राकेश गुप्ता ने कहा कि कैंटोनमेंट बोर्ड अगर विकास कार्य करवा रहा है तो योजनाबद्ध तरीके से करवाए। एक हिस्सा तोड़ने के बाद उसका निर्माण करवाकर ही अगली सड़क को तोड़े। बोर्ड प्रशासन द्वारा पिछले वर्ष ही जिन सड़कों का निर्माण करवाया गया था, घटिया मैटीरियल की वजह से वह भी टूटनी शुरू हो गई है और बोर्ड अधिकारी मूकदर्शक बन पूरे खेल को देख रहे है। कार्य तेजी से कराने की मांग

पूर्व पार्षद संजय गुप्ता ने कहा कि कैंटोनमेंट अधिकारियो को जनता के हित में कार्य करते हुए निर्माण कार्य में रफ्तार पकड़नी चाहिए, ताकि किसी को भी कोई परेशानी पेश न आए।

योजनाबद्ध तरीके से हो रहा निर्माण कार्य : जेई

वहीं जेई अंकित सेठी ने कहा कि बोर्ड द्वारा योजनाबद्ध तरीके से ही निर्माण कार्य किया जा रहा है। सीवरेज कनेक्शन जोड़ने के लिए कई बार अलग-अलग जगह से थड़े तोड़ने पड़ते है ताकि एक बार में सभी सड़के बन जाए। जब भी नई सड़क बनती है तो पांच साल तक उस सड़क को कुछ नही होता। अगर वह टूटती है तो संबंधित ठेकेदार उसके प्रति जिम्मेदार होता है। कैंटोनमेंट बोर्ड में सभी कार्य निष्पक्षता से होते है।


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