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डाक्टरों की हड़ताल से नशा मुक्ति केंद्र पर लगी कतारें

सरकारी डाक्टरों की हड़ताल के कारण दवा न मिलने के डर से सिविल अस्पताल के नशा मुक्ति केंद्र पर मरीजों की कतारें लग रही हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Jul 2021 10:45 PM (IST)Updated: Tue, 27 Jul 2021 10:45 PM (IST)
डाक्टरों की हड़ताल से नशा मुक्ति केंद्र पर लगी कतारें
डाक्टरों की हड़ताल से नशा मुक्ति केंद्र पर लगी कतारें

संवाद सूत्र, फिरोजपुर : सरकारी डाक्टरों की हड़ताल के कारण दवा न मिलने के डर से सिविल अस्पताल के नशा मुक्ति केंद्र पर मरीजों की कतारें लग रही हैं। सोमवार और मंगलवार को बड़ी संख्या में मरीज दवा लेने पहुंचे। इमरजेंसी सर्विस में शुमार नशा मुक्ति केंद्र भी मरीजों को रोज के बजाय एक सप्ताह की दवा दे रहा है। हड़ताल के चलते नशा मुक्ति केंद्र के इनडोर मरीज भी घरों को चले गए। वार्ड में 12 बेड की क्षमता है, जो अब बिलकुल खाली है।

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छठे वेतन आयोग के विरोध में सरकारी डाक्टर शुक्रवार तक हड़ताल पर रहेंगे। इसी घोषणा के बाद नशा मुक्ति केंद्र के मरीजों घबराहट में है। शा मुक्ति केंद्र सिविल अस्पताल में 524 मरीज लिस्टिड है, जिनको अलग-अलग दिन दवा दी जाती है। मंगलवार को 248 मरीज दवा लेने के लिए पहुंचे। दवा लेने आए मरीजों ने कहा कि डाक्टर्स की हड़ताल के कारण दवा न मिलने का डर था। इस लिए मरीज दवा लेने पहुंच रहे है। डाक्टर्स की हड़ताल से परेशान मरीज मंगलवार को सुबह छह बजे से ही कतारों में खड़े होना शुरू कर दिया। मरीजों ने कहा कि बेशक मंगलवार को मौसम खुशग्वार है लेकिन गर्मी में मरीजों को लाइन में खड़े रहने से परेशानी होती है। दवा के बिना काम नहीं चलता मजबूरीवश कतारों में खड़ा होना पड़ता है।

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..ओपीडी बंद रही

सिविल अस्पताल में रूटीन के दिनों में 400 से अधिक मरीजों की ओपीडी रहती है। डाक्टरों की हड़ताल कारण मंगलवार को भी ओपीडी बंद रही। केवल तीन लोगं के मेडिकल हुए और तीन ही एक्सरे हुए। अधिकतर वार्ड से मरीज घरों को जा चुके है।

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मीटिग का मिला समय

पंजाब सिविल मेडिकल सर्विस (पीसीएमएस) के जिला अध्यक्ष जतिदर कोछड़ ने बताया कि राज्य सरकार ने पीसीएमएस के नुमाइंदों को शनिवार बातचीत के लिए बुलाया है। हो सकता है बातचीत के बाद मसला हल हो जाए। डाक्टर्स नॉन प्रेक्टिस एलांउस (एनपीए) 25 से 20 प्रतिशत करने से नाराज है। इससे पहले सरकार बातचीत के लिए डाक्टर्स को समय नहीं दे रही थी।


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