सीवरेज व टूटी सड़कों की समस्या खत्म, स्ट्रीट लाइट्सं की अब भी दरकार
वार्ड नंबर दो का हिस्सा वर्षो पहले अस्तित्व में आया था। शहर रेलवे स्टेशन व क्रॉ¨सग के पास वार्ड का अधिकांश हिस्सा पड़ता है। इसे मौजूदा समय में खत्री कॉलोनी का नाम दिया गया है, जिसकी आबादी करीब 8000 है। इसमें सीवरेज नहीं डाला गया था, जिसके चलते यहां के लोगों को गंदे पानी की निकासी न होने के कारण आने-जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता था और किसी न किसी का गिरकर घायल होना एक दिनचार्या बन चुका था, लेकिन अब इस एरिया के रहने वालों को भी लगने लगा है, कि वह भी इस शहर के निवासी ही है। यह कहना है कि निवासी गिन्नी व स्टीफन का।
जतिन्द्र ¨पकल, फिरोजपुर
वार्ड नंबर दो का हिस्सा वर्षो पहले अस्तित्व में आया था। शहर रेलवे स्टेशन व क्रॉ¨सग के पास वार्ड का अधिकांश हिस्सा पड़ता है। इसे मौजूदा समय में खत्री कॉलोनी का नाम दिया गया है, जिसकी आबादी करीब 8000 है। इसमें सीवरेज नहीं डाला गया था, जिसके चलते यहां के लोगों को गंदे पानी की निकासी न होने के कारण आने-जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता था और किसी न किसी का गिरकर घायल होना एक दिनचार्या बन चुका था, लेकिन अब इस एरिया के रहने वालों को भी लगने लगा है, कि वह भी इस शहर के निवासी ही है। यह कहना है कि निवासी गिन्नी व स्टीफन का। उन्होंने बताया कि अभी इस वार्ड में स्ट्रीट लाइट की समस्या जस की तस है। उनके मुताबिक गलियों में भी इंटरला¨कग टाइलें लगाई गई हैं, जिसके चलते यहां के निवासियों व अन्य लोगों का आना जाना पहले से काफी आसान हो गया है।
पार्षद मनी खोखर का कहना है कि वर्षों से इस क्षेत्र के लोग सीवरेज जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसते रहे लेकिन यहां से जीत कर उनकी तरफ से लोगों से किए वादों को पूरा करने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गलियों में इंटरला¨कग टाइलें लगवाने का 14-11-2016 को नींव पत्थर रखा गया जिसके तहत क्षेत्र में पड़ती गलियां जिनमें गली ताज रिसोर्ट पैलेस, रोड भगवान वाल्मीकि, गली बाबा मनोहर वाली, गली गोपी वाली व गली बाबा नानक वाली शामिल है में टाइलों का काम मुक्कमल हो चुका है। उन्होंने बताया कि अभी कुछेक गलियां रहती है जिनमें पानी की पाइपें डालनी है इसीलिए वहां पर टायलें नहीं लगवाई गई है। उन्होंने माना कि अभी स्ट्रीट लाइट का काम भी बाकी है जिसे प्रथमिकता के आधार पर पुरा करवाने का प्रयास जारी है।
वहीं पूर्व पार्षद अनीता का मानना है कि भले ही वह अब उस वार्ड में नहीं रहते लेकिन उन्हें पता चला है कि वार्ड में विकास का काम हो रहा है।