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प्याज का शतक, लहसुन का दोहरा, महंगाई ने बिगाड़ा रसोई का स्वाद

जिले के लोग अगर सोचते हैं कि आने वाले दिनों में प्याज के दाम कम हो जाएंगे तो वे इस भूल से बाहर निकल आए क्योंकि मंडी में व्यापारियों का कहना है कि एक माह और प्याज सस्ता होने के आसार नहीं हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 08 Dec 2019 10:59 PM (IST)Updated: Mon, 09 Dec 2019 06:09 AM (IST)
प्याज का शतक, लहसुन का दोहरा, महंगाई ने बिगाड़ा रसोई का स्वाद
प्याज का शतक, लहसुन का दोहरा, महंगाई ने बिगाड़ा रसोई का स्वाद

अमनदीप सिंह, फिरोजपुर : जिले के लोग अगर सोचते हैं कि आने वाले दिनों में प्याज के दाम कम हो जाएंगे, तो वे इस भूल से बाहर निकल आए, क्योंकि मंडी में व्यापारियों का कहना है कि एक माह और प्याज सस्ता होने के आसार नहीं हैं। अब 100 रुपये किलो मंडी में प्याज होलसेल रेट पर बिक रहा है। रिटेल में 120 रुपये प्रति किलो से कम कोई देने को तैयार नहीं। इसके साथ लहसुन भी 200 रुपये का आंकड़ा पार कर चुका है।

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कीमत में बढ़ोतरी से अब लोगों ने प्याज को नजरअंदाज कर दिया है। इससे व्यापारियों ने प्याज को जरूरत के मुताबिक मंगवाना शुरू कर दिया है। इन दिनों जहां प्याज 20 रुपये किलो मिलता था। वह अब 100-120 रुपये प्रति किलो से कम नहीं मिल रहा। व्यापारी सप्ताह में 500 क्विंटल तक ही प्याज मंगवा रहे हैं। रोजाना एवरेज 70 क्विंटल प्याज जिले की मुख्य मंडी में पहुंच रहा है, जोकि इन दिनों में टनों के हिसाब से मंगवाया जाता था। फिरोजपुर की मंडी में मौजूदा समय में गुजरात, नासिक, एमपी से प्याज नहीं आ रहा है। पंजाब व हरियाणा के लोग अफगानिस्तान और अलवर का प्याज खा रहे हैं।

दाम बढ़ने का कारण नासिक में बारिश से फसल खराब होना बताया जा रहा है। अब गुजरात या एमपी में फसल होगी तो कम से कम उस प्याज को आने में अभी तक एक माह लग जाएगा। यहां प्याज पहले अपने राज्यों में आपूर्ति करेंगे। फिरोजपुर की मंडी में प्याज के दो बड़े व्यापारी हैं, जिनके मुताबिक अफगानिस्तान का प्याज होलसेल रेट 65-70 रुपये प्रति किलो है, जबकि अलवर का प्याज 80-85 रुपये किलो है। छोटे व्यापारी इसे आगे कुछ रेट बढ़ाकर बेच रहे हैं।

ऐसे मंगवाया जा रहा स्टॉक

1 दिसंबर - 100 क्विंटल

2 दिसंबर - 80 क्विटल

3 दिसंबर - 70 क्विंटल

7 दिसंबर - 50 क्विटंल

5 दिसंबर - 90 क्विटंल

6 दिसंबर - 60 क्विंटल

7 दिसंबर - 100 क्विंटल

प्याज स्टोर करने की गुंजाइश नहीं

कारोबारियों का रहना है कि जो लोग प्याज स्टोर करने की अफवाह उड़ा रहे हैं। वे गलत है, क्योंकि जो प्याज अभी मंडी में आ रही है वह सबसे हलकी क्वालिटी का है और कच्चा है। दो दिन से ज्यादा प्याज को रखा ही नहीं जा सकता है। अगर कोई प्याज को स्टोर करने की गलती करेगा तो प्याज बदबू मारने लगेगा और खराब हो जाएगा।

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प्याज कम इस्तेमाल होने वाला खाना बना रहे : हरप्रीत कौर

हरप्रीत कौर का कहना है कि वह पिछले एक सप्ताह से बहुत हिसाब के साथ प्याज का इस्तेमाल कर रही है। अधिकतर बार कोशिश करती है कि ऐसी दाल सब्जी बना ली जाए, जिसमें प्याज का इस्तेमाल न होता हो या कम करना हो।

प्याज के बिना महिलाओं का किचन अधूरा : रेणू शर्मा

रेणू शर्मा ने बताया कि प्याज हर चीज में डालना जरूरी है, लेकिन के प्याज बिना किचन ही अधूरा है। केंद्र में बैठी सरकार और खाद्य मंत्रालय के मंत्रियों को क्या इस बारे में जरा सी भी भनक नहीं थी कि ऐसी स्थिति पैदा हो सकती है।

अब पंजाब में भी सब्जियों का अकाल पड़ रहा : रणबीर कौर

रणबीर कौर का कहना है कि अब तक पंजाब में ही सबकुछ मिल जाता था। प्याज महंगा होने की खबरें दिल्ली या दूसरे राज्यों में सुनने को मिलती थीं, लेकिन अब तक पंजाब में भी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं।

एक सप्ताह से प्याज का रेट पूछकर ही लौट आती हैं : पूजा शर्मा

पूजा शर्मा ने बताया कि लगातार एक सप्ताह से बाजार सब्जी लेने जाने पर प्याज का रेट सुनकर ही लौट रही हैं। वह लगातार एक सप्ताह तक कभी 80 तो कभी 90 रुपये प्रति किलो प्याज की कीमत के बारे में सोचती रही कि अब कम होंगे रेट, लेकिन नहीं हुए।

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नासिक में बारिश से फसल खराब होने से पड़ा असर : गौरव ग्रोवर

लक्ष्मी ओनियन कंपनी के मालिक गौरव ग्रोवर के मुताबिक नासिक में बारिश होने से प्याज की फसल खराब हो गई। इससे मध्यप्रदेश में ही जब 150 से 200 रुपये किलो प्याज बिक रहा है तो अन्य राज्यों में प्याज की कीमत बढ़ना स्वभाविक है, क्योंकि नासिक ही पूरे देश और विदेशों में प्याज की आपूर्ति करता है। ग्रोवर ने बताया कि इन दिनों रोजाना टनों के हिसाब से प्याज मंगवाया जाता था, जोकि अब रोजाना 70-80 क्विंटल एवरेज रह गया है।


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