बाज नहीं आ रहा पाकिस्तान, हेरोइन तस्करी के लिए अब नया तरीका
पाकिस्तान सीमा पार से वह नशे की तस्करी धड़ल्ले से करवा रहा है। तस्कर नशा तस्करी के नया तरीके अपनाते रहते हैं।
जेएनएन, फिरोजपुर। पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज आने काे तैयार नहीं है और सीमा पार से वह नशे की तस्करी धड़ल्ले से करवा रहा है। पाकिस्तानी और भारतीय तस्कर नशा तस्करी के नया तरीके अपनाते रहते हैं। अब तारबंदी के पार से थरमस में छिपाकर हेरोइन और अन्य ड्रग भेजे जा रहे हैं। ऐसे दो तस्करों को काउंटर इंटेलीजेंस ने 310 ग्राम हेरोइन व तीन लाख रुपये ड्रग मनी सहित काबू किया है। तस्करों का एक साथी फरार हो गया।
थरमस में छिपाकर लाई जा रही हेरोइन व तीन लाख ड्रग मनी सहित दो काबू
काउंटर इंटेलीजेंस के एआइजी नरेंद्र पाल सिंह सिद्धू ने बताया कि यह हेरोइन अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ की चेक पोस्ट शामे के एरिया में आरोपी बलविंदर के खेतों में फेंकी गई। काउंटर इंटेलीजेंस विंग ने गांव दुलची से पल्ला मेघा की ओर जाने वाले रास्ते में हेरोइन तस्कर गांव किलचे निवासी गुरदीप सिंह उर्फ गिपन और पछाडिय़ां निवासी रणजीत सिंह उर्फ जीतू को गिरफ्तार किया। तीसरा आरोपी बलविंदर सिंह फरार हो गया।
पकड़े जाने के बाद गुरदीप व रणजीत ने माना कि यह तीन लाख रुपये उन्होंने हेरोइन की तस्करी से कमाए हैं। तस्करी के इस गिरोह का सरगना गुरदीप ङ्क्षसह उर्फ गिपन बीए पास है। वह स्विमिंग में राज्य स्तर का तैराक रह चुका है। एआइजी के अनुसार गुरदीप डेढ़ वर्ष पहले भी फाजिल्का में 300 ग्राम हेरोइन सहित पकड़ा गया था। कुछ दिन पहले की वह जमानत पर जेल से बाहर आया है।
आठ लाख रुपये प्रति किलो के हिसाब से खरीदते थे हेरोइन
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे पाकिस्तान के तस्करों से आठ लाख रुपये प्रति किलो के हिसाब से हेरोइन खरीदते थे और यहां सात हजार रुपये प्रति ग्राम के हिसाब से बेचते थे। बीएसएफ की 77वीं बटालियन ने भारत-पाक सीमा पर बीओपी जेएनन मोहम्मद के क्षेत्र में सफेद रंग की बोतल में भर कर भारतीय सीमा में फेंकी गई आधा किलो हेरोइन बरामद की है।
बीएसएफ के अधिकारियों के बताया कि उन्हें हेरोइन तस्करी की सूचना मिली थी जिसके बाद जवानों ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। जिस जमीन में हेरोइन से भरी प्लास्टिक की बोतल मिली है, वह गजल गांव के रेशम सिंह की बताई जा रही है। फिलहाल जांच की जा रही है।