सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों का टोटा, मरीज भगवान भरोसे
जिले पीजीआइ सेटेलाइट सेंटर का काम शुरू होने के बाद करीब दो साल पूरा होने में लग जाएंगे।
दर्शन सिंह, फिरोजपुर : जिले पीजीआइ सेटेलाइट सेंटर का काम शुरू होने के बाद करीब दो साल पूरा होने में लग जाएंगे। उससे पहले जिस स्थिति से जिले के सरकारी अस्पताल गुजर रहे हैं उसका दारोमदार रामभरोसे ही है। जिले के सरकारी अस्पताल डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे हैं। हर पांच साल बाद सत्ता पर नई सरकार काबिज हो रही है, लेकिन किसी ने डॉक्टरों की पूर्ति के लिए गंभीरता नहीं दिखाई। इसके साथ सरहदी जिला होने से यहां बाहरी जिलों से डॉक्टर आना पसंद नहीं करते। जिले के तीन कम्यूनिटी हेल्थ सेंटरों के लिए अलावा फिरोजपुर के सिविल अस्पताल में एसएमओ के पद खाली हैं।
इनमें करीब डेढ़ दर्जन माहिर डॉक्टरों की पोस्टें भी रिक्त हैं। सिविल सर्जन हरि नारायण सिंह ने कहा कि सीएचसी ममदोट, जीरा व कसुआना के अलावा सिविल अस्पताल में सीनियर मेडिकल अफसर नहीं हैं। इससे कामकाज में परेशानी हो रही है। मेडिकल अफसरों के सहारे काम चलाने को मजबूर हैं। सरकार से डॉक्टरों की मांग को लेकर लिस्ट भेजी जा चुकी है, लेकिन अभी तक कोई प्रोसेसिंग शुरू नहीं हुई। डाक्टरों की कमी से समस्या गंभीर बनी हुई है। लोग सरकारी अस्पतालों की बजाए निजी अस्पतालों में इलाज करवाने के लिए मजबूर हैं।
अगर ऐसी स्थिति में पीजीआइ सेटेलाइट सेंटर बनाया जाता है तो डॉक्टरों की पूर्ति कहां से होगी। फिरोजपुर के सिविल अस्पताल में मेडिसिन डॉक्टर के साथ सर्जन व बच्चों का डॉक्टर, हड्डियों का डॉक्टर तक नहीं है।
कम्युनिटी हेल्थ सेंटर के अधीन पांच प्राइमरी हेल्थ सेंटर आते हैं। इनमें भी डॉक्टरों की कमी पाई जा रही है। गुरुहरसहाय सीएचसी में एक मेडिसिन डॉक्टर से काम चलाया जा रहा है। लोगों का कहना है कि उन्हें पीजीआइ बनने की उम्मीद तो है, लेकिन जिस तरह सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी है। ऐसी स्थिति पीजीआइ में रही तो क्या फायदा। नेता लोग तो श्रेय लेने के लिए डींगे हांक रहे हैं, लेकिन उन्हें सही तरीके से सेहत सुविधाएं कब मिलेंगी इसका इंतजार है।
जल्द डॉक्टरों की कमी करेंगे पूरी : विधायक
फिरोजपुर शहरी हलके के विधायक परमिदर सिंह पिकी ने कहा कि पीजीआइ सेंटर का काम जल्द शुरू करवाया जा रहा है। सरकारी अस्पतालों में जल्द डॉक्टरों की पूर्ति करवाई जाएगी। इसके लिए सरकार के साथ-साथ विभाग से मांग की जा चुकी है। तीन से चार माहिर डॉक्टरों की तैनाती जल्द होगी।