गांव मरखाई में हुआ इंस्पेक्टर नरेंद्र सिंह का अंतिम संस्कार
जीरा (फिरोजपुर) मतदान के दिन सीआइए स्टाफ फरीदकोट के इंचार्ज इंस्पेक्टर नरेंद्र सिंह गिल के द्वारा खुदकुशी करने के बाद मंगलवार को उसका अंतिम संस्कार जीरा हलके में पैतृक गांव मरखाई में किया गया। असाल्ट की गोली लगने से नरेंद्र की मौत हुई है।
संवाद सहयोगी, जीरा (फिरोजपुर) : मतदान के दिन सीआइए स्टाफ फरीदकोट के इंचार्ज इंस्पेक्टर नरेंद्र सिंह गिल के द्वारा खुदकुशी करने के बाद मंगलवार को उसका अंतिम संस्कार जीरा हलके में पैतृक गांव मरखाई में किया गया। असाल्ट की गोली लगने से नरेंद्र की मौत हुई है।
नरेंद्र का शव गांव पहुंचा तो मां शमिदर कौर ने कहा कि मेरा हंस कहां उड़ गया। मां कह रही थी कि जो अपने पुत्र को शायद तरक्की की ओर मंजिलें फतेह करता देखना चाहती थी, लेकिन आज उसकी लाश सामने पड़ी है। मृतक का बेटा नवरीत सिंह और बेटी हरनिदरप्रीत कौर कनाडा में हैं। परिवार और रिश्तेदारों के अलावा आसपास के गांवों के सरपंच, पंचायत सदस्य व पुलिस के उच्चाधिकारियों ने नरेंद्र को अंतिम विदाई दी।
मृतक के छोटे भाई गुरविदर सिंह गिल ने बताया कि उसका भाई एमए इंग्लिश थे और वह पंजाब पुलिस में बतौर एएसआइ भर्ती हुए। उनकी पहली पोस्टिग पुलिस थाना शेरपुर कलां बरनाला में हुई थी। उनका भाई दृढ़ इरादों का व्यक्ति था और खुदकुशी करने की बात बुझारत बनी हुई है। परिजनों की मांग गिल की मौत की हो जांच परिजनों के साथ साथ नरेंद्र सिंह गिल के सहपाठी पूर्व मैंबर योजना बोर्ड फिरोजपुर रीत महेंद्र सिंह ने बताया कि वह सोच भी नहीं सकते उनका दोस्त इंस्पेक्टर गिल आत्महत्या कर सकता है। उसने कहा कि खुदकुशी मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।
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