विदेशी पक्षियों के कलरव से गुलजार हुआ वेटलैंड, पड़ रही शिकारियों की स्याह नजर
हरिके पत्तन वेटलैंड इस बार भी विदेशी पक्षियों के कलरव से गूंज उठा है। इस सबके बीच शिकारियों की स्याह नजर भी इन अनोखे पक्षियों पर है।
फिरोजपुर, [ प्रदीप कुमार सिंह]। हजारों किलोमीटर दूर देश से उड़कर प्रवास के लिए आने वाले विदेशी पक्षियों पर शिकारियों की नजर है। सुल्तानपुर लोधी की ओर हरिके वेटलैंड में विदेशी पक्षियों का शिकार किया जा रहा है। शिकारियों पर अंकुश लगाने व कानूनी कार्रवाई करने के लिए हरिके पत्तन वर्ल्ड वाइल्ड विभाग द्वारा पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई गई है। हरिके पत्तन में इस साल भी हजारों की तादात में विदेशी पक्षी आए हैं। इन्हें देखने के लिए दूर-दराज से पर्यटक पहुंच रहे है।
हरिके पत्तन वेटलैंड में लगा विदेशी पक्षियों का जमघट, काफी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं नजारा देखने
हरिके पत्तन वल्ड वाइल्ड की डीएफओ कल्पना ने बताया कि विभाग द्वारा जनवरी महीने में वेटलैंड में विदेशी पक्षियों का वैज्ञानिक तरीके से आकंड़ा जुटाया जाएगा। विगत वर्षो की भांति इस वर्ष भी यूरेशियन स्पून बिल, मार्श सैंड पाइपर, कॉमन सैंड पिपर, ब्लैक हेडेड गल, कॉमन गूल और कर्ल प्राजाति के पक्षी अब तक यहां आ चुके है।
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डीएफआे कल्पना ने बताया कि ये पक्षी मध्य एशिया, साइबेरिया और यूरेशिया देशों से आए हुए हैं। जनवरी महीने में सबसे ज्यादा विदेशी पक्षी प्रवास के लिए पहुंचते है। यह समय उनके प्रवास का पीक टाइम होता है। इसे देखते हुए विभाग द्वारा जनवरी महीने में ही वैज्ञानिक तरीकों से इनकी गणना की जाती है।
वेटलैंड के सुल्तानपुर लोधी की आेर से विदेशी पक्षियों को शिकारी अपना शिकार बना रहे हैं। शिकारी पक्षियों काे अपने जाल में फंसाने के लिए पक्षियों को खाने के लिए ऐसा पदार्थ फेंकते है, जिसे खाते ही वे बेहोश हो जाते हैं और शिकारी उन्हें पकड़ लेते है। ऐसे ही मामलों में विभाग की ओर से पुलिस को शिकायत की गई है, ताकि शिकारियों की धर-पकड़ हो और दोबारा से कोई भी विदेशी पक्षियों को नुकसान न पहुंचाए।
गत वर्ष मई के तीसरे सप्ताह में व्यास दरिया के रास्ते हरिके हेड में प्रदूषित पानी पहुंचने से बड़ी संख्या में जलीय जीव-जंतुओं को नुकसान हुअा था। इसी को देखते हुए विदेशी पक्षियों की सुरक्षा के मद्देनजर कदम उठाया जा रहा है। इसके लिए शिकारियों पर नजर रखने के साथ ही उनके खाने अादि के प्रबंध किए गए हैं।