अध्यापकों को सम्मान पत्र बांटने वाली सरकार किरण बंगड़ को इंसाफ दे : जीटीयू
फिरोजपुर एक तरफ जहां सरकार अच्छे नतीजे देने वाले अध्यापक को सम्मानित कर रही है वहीं शिक्षा विभाग के एक अधिकारी की तरफ से महिला अध्यापक के साथ किए दुर्व्यवहार के मामले को जानबूझकर अनदेखा किया जा रहा है।
संवाद सहयोगी, फिरोजपुर : एक तरफ जहां सरकार अच्छे नतीजे देने वाले अध्यापक को सम्मानित कर रही है, वहीं शिक्षा विभाग के एक अधिकारी की तरफ से महिला अध्यापक के साथ किए दुर्व्यवहार के मामले को जानबूझकर अनदेखा किया जा रहा है। पंजाब सरकार की करनी और कथनी में अंतर की ताजा मिसाल है इंसाफ की मांग करती महिला अध्यापक किरण बंगड़। अध्यापिका का सहारा बनी सरकारी टीचर्स यूनियन (जीटीयू) फिरोजपुर के प्रधान बलविंदर सिंह भुट्टो और महासचिव जसविंदर सिंह ममदोट ने कहा कि किरण बंगड़, इंग्लिश मिस्ट्रेस, जिला सभस नगर ने जिला शिक्षा अफसर फतेहगढ़ साहिब दिनेश कुमार पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसकी निष्पक्ष और उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए, परंतु पंजाब सरकार जो बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा लगा रही है वह इस महिला अध्यापक की पुकार को जानबूझकर अनसुना कर रही है।
नेताओं ने कहा कि शिक्षा विभाग अच्छे नतीजे देने वाले अध्यापकों को सम्मानित कर रहा है, परंतु दूसरी तरफ एक पीड़ित महिला अध्यापक को इंसाफ देने से भाग रहा है। शिक्षा मंत्री पंजाब और शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों ने इस गंभीर मसले पर चुप्पी साधी हुई है, जबकि महिला अध्यापक की तरफ से मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री और शिक्षा सचिव को इंसाफ करने के लिए विनती पत्र भी भेजा हुआ है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार एक पीड़ित अध्यापिका के सम्मान की सुरक्षा नहीं कर सकती फिर उन अध्यापकों को सम्मानित करने का नाटक भी बंद कर देना चाहिए। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि यदि जल्द आरोपित अधिकारी को सजा न दी गई तो यूनियन किरण बंगड़ को इन्साफ मिलने तक संघर्ष करेगी, जिसकी जिम्मेदारी पंजाब सरकार, शिक्षा मंत्री और शिक्षा सचिव की होगी।