कॉपी..सरकारी अस्पताल के एमरजेंसी वार्ड में भिड़े दो गुट, जमकर हुआ पथराव, शीशे तोड़े
शुक्रवार को स्थानीय सिविल अस्पताल में उस समय तनाव का माहौल बन गया।
जागरण संवाददाता, अबोहर : शुक्रवार को स्थानीय सिविल अस्पताल ेमें उस समय तनाव का माहौल बन गया, जब अस्पताल में भर्ती हुए संत नगर निवासी दो गुट आपस में भिड़ गए और अस्पातल में तोड़फोड़ शुरू कर दी। नगर थाना एक की पुलिस ने वहां पर पहुंचकर माहौल को शांत करवाया। दोनों गुटों के भिड़ने से अस्पताल की एमरजेंसी वार्ड की खिड़कियों के शीशे चकनाचूर हो गए। इस पथराव के कारण अस्पताल के मरीज व स्टाफ सकते में आ गया और मौके पर पहुंची पुलिस ने झगड़ा कर रहे युवकों को वहां से बलपूर्वक खदेड़ कर माहौल को शांत करवाया।
संत नगर निवासी व उपचाराधीन सतीश कुमार पुत्र विश्वानाथ ने बताया कि शुक्रवार सुबह जब वह कूड़ा फेंकने जा रहा था तो मोहल्ले में ही रहने वाला उनका पड़ोसी विकास कुमार व उसके रिश्तेदार साहिल ने उसके साथ गाली गलौच की। विरोध करने पर दोनों भाईयों ने अपने कुछ साथियों सहित उसके घर में आकर उससे मारपीट करते हुए तोड़फोड़ की। जिसके बाद परिवार वालों ने उसे अस्पताल में भर्ती करवाया।
इधर इसी मामले में घायल विकास कुमार पुत्र राजिंद्र कुमार व साहिल ने बताया कि पुरानी रंजिश के चलते पिछले काफी दिनों से पहले पक्ष के लोग उसे तंग परेशान कर रहे थे। इन लोगों ने अपने साथियों सहित उस पर हमला कर घायल कर दिया। झगड़े के बाद मौके पर पहुंची नगर थाना एक की पुलिस ने दोनों पक्षों के घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया। एमरजेंसी की खिड़कियों के शीशे टूटे
दोनों पक्षों के परिजन व उनके साथी अस्पताल में एकत्र हो गए और फिर से वहां पर हुड़दंग मचाना शुरू कर दिया। उनकी आपसी तकरार इतनी बढ़ गई कि अस्पताल में पथराव शुरू हो गया, जिससे एमरजेंसी की खिड़कियों के शीशे टूट गए और सरकारी संपत्ति को भी नुकसान पहुंचा। इससे अस्पताल में भय का माहौल उत्पन्न हो गया। अस्पताल स्टाफ ने इसकी सूचना एसएमओ डॉ. युधिष्टर चौधरी को दी जिन्होंने पुलिस प्रशासन को सूचित किया। थाना प्रभारी चंद्र शेखर अपनी टीम सहित अस्पताल में पहुंचे और अस्पताल में हुड़दंग मचा रहे युवकों को बलपूर्वक वहां से खदेड़ा। इसके बाद माहौल कुछ शांतिपूर्वक हुआ तो उन्होंने पूरे अस्पताल का दौरा कर घायलों का हालचाल जाना और उनके बयान कलमबद्ध किए।
सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों पर होगी कार्रवाई
थाना प्रभारी ने बताया कि दोनों पक्षों के बयान कलमबद्ध किए जा रहे हैं और जो भी सरकारी संपत्ति को क्षति पहुंची है उसके लिए सिविल अस्पताल के स्टाफ के बयानों पर बनती कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा एमरजेंसी के बाहर लगे कैमरों को भी खंगाला जाएगा, उसके बाद बनती कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इधर थाना प्रभारी ने एहतियात के तौर पर दोनों मरीजों की सुरक्षा के लिए पुलिस कर्मचारी तैनात कर दिए हैं।