कर्मियों की मांग की राहुल दरबार पहुंची
पंजाब सरकार का गठन हुए 17 महीने बीत गए हैं। इस दौरान पंजाब सरकार बस एक ही बात कह रही है कि खजाना खाली है, जबकि उक्त समय में प्रदेश सरकार के कर्मियों के वेतन में कोई वृद्धि की गई, उलटे प्रदेश सरकार कर्मियों के वेतन से प्रतिमाह 2400 रुपये काटने शुरू कर दिए हैं जो की गलत है।
जागरण संवाददाता, फिरोजपुर : पंजाब सरकार का गठन हुए 17 महीने बीत गए हैं। इस दौरान पंजाब सरकार बस एक ही बात कह रही है कि खजाना खाली है, जबकि उक्त समय में प्रदेश सरकार के कर्मियों के वेतन में कोई वृद्धि की गई, उलटे प्रदेश सरकार कर्मियों के वेतन से प्रतिमाह 2400 रुपये काटने शुरू कर दिए हैं जो की गलत है।
उक्त आरोप अशीष जुलाहा, रणजीत ¨सह राणवा, अमृंतपाल ¨सह, प्रवीण शर्मा, रजिन्दर ¨सह संधा ने लगाते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी और स्वयं मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर ¨सह विधानसभा चुनाव के दौरान कर्मियों के साथ बातचीत करते थे। कर्मियों की मांगों को उन्होंने अपने घोषणा पत्र में भी शामिल किया था। चुनाव के दौरान वह दावा करते हुए घूम रहे थे कि कांग्रेस सरकार आने पर सबसे पहले वह कच्चे कर्मियों को पक्का करेंगे, कर्मियों के डीए की किश्तों को जारी करेंगे, यहां तक कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर ¨सह पंजाब के नौजवानों के साथ कांट्रेक्ट, आउटसोर्स और इन्नलिस्टमेंट नीति के तहत हो रहे आर्थिक और सामाजिक शोषण के बारे बहुत ¨चतित थे और कहते थे कि जितनी तनख्वाह आज के पढ़े-लिखे नौजवानों को दी जा रही है, उससे ज्यादा तो मेरा माली तनख्वाह ले रहा है, परन्तु अब न तो कांग्रेस पार्टी और न ही मुख्यमंत्री को इतना को उक्त शोषण दिखाई दे रहा है, और न कर्मियों के बकाए और डीए बारे कोई बात की है। इसी बात से दु:खी पंजाब पंजाब सरकार के कर्मियों का एक प्रतिनिधि मंडल कांग्रेस के राष्ट्रीय कार्यालय दिल्ली शनिवार को पहुंचा और कांग्रेस राष्ट्रीय प्रधान राहुल गांधी की गैर मौजूदगी में में राष्ट्रीय जरनल सचिव मोती लाल वोहरा के साथ मी¨टग की और मांगों पर विचार-विमर्श किया। कांग्रेस राष्ट्रीय जरनल सचिव की तरफ से प्रतिनिधि मंडल को भरोसा दिलाया गया कि जल्द ही पंजाब सरकार के साथ कर्मियों की मी¨टग करवाई जाएगी। प्रतिनिधिमंडल में अशीष जुलाहा, रणजीत ¨सह राणवा, अमृंतपाल ¨सह, प्रवीण शर्मा, रजिन्दर ¨सह संधा, राकेश कुमार आदि शामिल रहे।
मांगें न मानी तो 20 को करेंगे राज्य स्तरीय रैली
प्रतिनिधिमंडल में शामिल रहे नेताओं ने कहा कि उनकी मांगों पर प्रदेश सरकार द्वारा विचार नहीं किया गया तो 20 सितंबर को पटियाला में पंजाब भर के कर्मी राज्य स्तरीय रैली करेंगे, जिसमें प्रमुख नेताओं की ओर से मरणव्रत भी किया जाएगा।
कर्मियों की प्रमुख मांगे-
-विधानसभा द्वारा पास किए एक्ट को तुरंत लागू करके कच्चे कर्मियों को पक्का किया जाए।
-सुविधा सेंटर के कर्मियों को तत्काल प्रभाव से बहाल किया जाए।
-मंहगाई-भत्ते की रोकी गई किश्तों को तुरंत जारी किया जाए।