अध्यात्म भारतीय संस्कृति का मूल : साध्वी सोनिया
फिरोजपुर : दिव्य ज्योति जागृति संस्थान ने स्थानीय बार्डर रोड़ स्थित आश्रम में धार्मिक समागम करवाया। समागम में अपने विचार रखते हुए संस्थान की साध्वी सोनिया भारती ने बताया कि जिस प्रकार से एक पेड़ की जड़ को जल से सींचने पर संपूर्ण जड़ को ही लाभ प्राप्त हो जाता है।
जागरण संवाददाता, फिरोजपुर : दिव्य ज्योति जागृति संस्थान ने स्थानीय बार्डर रोड़ स्थित आश्रम में धार्मिक समागम करवाया। समागम में अपने विचार रखते हुए संस्थान की साध्वी सोनिया भारती ने बताया कि जिस प्रकार से एक पेड़ की जड़ को जल से सींचने पर संपूर्ण जड़ को ही लाभ प्राप्त हो जाता है। इसी प्रकार भारतीय संस्कृति का मूल अध्यात्म है, जिसे जीवन में अपनाकर भारतीय संस्कृति के सभी पहलुओं को जाना जा सकता है। उन्होंने कहा कि अध्यातम से भाव है आत्मा का अध्ययन करना। जब मानव जीवन में ब्रह्माज्ञान की सनातन प्रक्रिया को ब्रह्मानिष्ठ संत की शरण में जाकर प्राप्त करता है, तब आत्म दर्शन का लाभ मिलने के साथ-साथ उसका अध्यात्म मार्ग प्रारंभ हो जाता है। आत्मज्ञान का मार्ग मानव मन का रूपांतरण कर सकारात्मक पथ का अनुगामी बनता है, तभी व्यक्ति एवं समाज का कल्याण संभव है। समागम संस्थान के सदस्यों द्वारा मधुर भजनों का गायन कर संगत को भाव विभोर भी किया गया।