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डेंगू का डंक जारी, आठ नए मरीज सामने आए

फिरोजपुर : बीएसएफ जवानों को डेंगू से बचाने के लिए सेहत विभाग की टीम सरहद पर पहुंची। बीएसएफ की पोस्टों पर पानी की टंकियों, गमलों, छतों आदि की जांच कर जवानों को मच्छरजनित बीमारियों के लक्षण, उपाय व उपचार की जानकारी दी। सरहदी हिस्सों में घने जंगल, नालों के गंदे पानी से मच्छरों की भरमार रहती है। इस समय जिले में डेंगू के आठ नए मरीज सामने आने से मरीजों की संख्या बढ़कर 33 हो गई है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 06 Oct 2018 10:57 PM (IST)Updated: Sat, 06 Oct 2018 10:57 PM (IST)
डेंगू का डंक जारी, आठ नए मरीज सामने आए
डेंगू का डंक जारी, आठ नए मरीज सामने आए

जागरण संवाददाता, फिरोजपुर : बीएसएफ जवानों को डेंगू से बचाने के लिए सेहत विभाग की टीम सरहद पर पहुंची। बीएसएफ की पोस्टों पर पानी की टंकियों, गमलों, छतों आदि की जांच कर जवानों को मच्छरजनित बीमारियों के लक्षण, उपाय व उपचार की जानकारी दी। सरहदी हिस्सों में घने जंगल, नालों के गंदे पानी से मच्छरों की भरमार रहती है। इस समय जिले में डेंगू के आठ नए मरीज सामने आने से मरीजों की संख्या बढ़कर 33 हो गई है। मच्छरों के अनुकूल मौसम होने से मच्छरों का प्रकोप इन दिनों बढ़ता दिखाई दे रहा है। डेंगू पीड़ितों की संख्या में इस बार प्रदेश में पटियाला नंबर वन है, जबकि गत वर्ष तीसरे नंबर पर रहने वाले फिरोजपुर में इस बार जागरुकता से मरीजों की संख्या मात्र 33 पहुंची है। गत वर्ष इस समय तक यह संख्या 275 पहुंच गई थी। फिरोजपुर में छह अक्टबूर को जो आठ डेंगू के नए मरीज समाने आए हैं, उसमें छह फिरोजपुर शहर व दो गांवों से हैं। फिरोजपुर शहर में अमृतसरी गेट, बस्ती बलूचियावाली, गुरुरामदास नगर, बस्ती टैंकावाली, आजाद नगर, गांधी नगर, फिरोजपुर कैंट व दो गांव हैं।

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शनिवार को टीम ने बीएसएफ की चौकियों में पानी की टंकियों के ढक्कन खोलकर उसकी जांच की। टीम में शामिल अमरजीत ¨सह व महेंद्रपाल ¨सह ने बीओपी गट्टी हजात जहां पर बीएसएफ की बटालियन 29 के जवान तैनात हैं, उन्हें डेंगू के लक्षण व उपाय के बारे में बताया। सभी जवानों को मच्छरों से बचने के लिए फुल बाजू के कपड़े पहनने व रात्रि के समय मच्छरदानी लगाने की सलाह दी।

मच्छरों के पैदा होने से रोकने व इनसे बचने के उपाय

- घर या ऑफिस के आसपास पानी जमा न होने दें, गड्ढों को मिट्टी से भर दें, रुकी हुई नालियों को साफ करें।

- अगर पानी जमा होने से रोकना मुमकिन नहीं है तो उसमें पेट्रोल या केरोसिन ऑयल डालें।

- रूम कूलरों, फूलदानों का सारा पानी हफ्ते में एक बार और पक्षियों को दाना-पानी देने के बर्तन को रोज पूरी तरह से खाली करें, उन्हें सुखाएं और फिर भरें। घर में टूटे-फूटे डिब्बे, टायर, बर्तन, बोतलें आदि उलटा करके रखें।

- डेंगू के मच्छर साफ पानी में पनपते हैं, इसलिए पानी की टंकी को अच्छी तरह बंद करके रखें।

- अगर मुमकिन हो तो खिड़कियों और दरवाजों पर महीन जाली लगवाकर मच्छरों को घर में आने से रोकें।

- मच्छरों को भगाने और मारने के लिए मच्छरनाशक क्रीम, स्प्रे, मैट्स, कॉइल्स आदि इस्तेमाल करें। गुग्गुल के धुएं से मच्छर भगाना अच्छा देसी उपाय है।

- घर के अंदर सभी जगहों में हफ्ते में एक बार मच्छरनाशक दवा का छिड़काव जरूर करें। यह दवाई फोटो-फ्रेम्स, पर्दों, कैलेंडरों आदि के पीछे और घर के स्टोर-रूम और सभी कोनों में जरूर छिड़कें। दवाई छिड़कते वक्त अपने मुंह और नाक पर कोई कपड़ा जरूर बांधें। साथ ही, खाने-पीने की सभी चीजों को ढककर रखें।

-ऐसे कपड़े पहने, जिससे शरीर का ज्यादा-से-ज्यादा हिस्सा ढका रहे। खासकर बच्चों के लिए यह सावधानी बहुत जरूरी है। बच्चों को मलेरिया सीजन में निक्कर व टी-शर्ट न पहनाएं।

-बच्चों को मच्छर भगाने की क्रीम लगाएं। -रात को सोते समय मच्छरदानी लगाएं।


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