बंद का रहा मिला-जुला असर, दोपहर में खुली दुकानें
जागरण संवाददाता, फिरोजपुर : केन्द्र सरकार द्वारा किये गये एससी-एसटी एक्ट में संशोधन कर उ
जागरण संवाददाता, फिरोजपुर : केन्द्र सरकार द्वारा किये गये एससी-एसटी एक्ट में संशोधन कर उसे मूल स्वरूप में बहाल करने के विरोध में सामान्य वर्ग के विभिन्न संगठनों की 6 सितंबर को भारत बंद की कॉल शांतिपूर्ण रही। बंद का मिला-जुला असर रहा। बंद का ज्यादा असर शहर व छावनी के मेन हिस्सों में दिखाई पड़ा। दिन में 12 बजे के बाद बंद की कॉल खत्म होने पर दुकानदारों द्वारा अपनी दुकानें खोली गई।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत वीरवार की सुबह से शहर व छावनी में बंद का असर दिखाई दिया, हालांकि शहर के बाहरी हिस्सों में सभी दुकानें खुली रही, जबकि मेन हिस्सों में जरूरी वस्तुओं व बड़े व्यवसायिक प्रतिष्ठानों खुले रहे, किसी भी हिस्से में लोगों को जबरदस्ती दुकानें बंद करवाते नहीं देखा गया। हालांकि एहतियातन पुलिस के जवान शहर, छवानी व जिले के अन्य हिस्सों में गस्त लगाते रहे, जिले के जिन हिस्सों में जनरल वर्ग के लोग एकत्र होकर लोगों को दुकानें बंद करने की अपील व बंद का कारण समझाते रहे वहां पर साथ-साथ पुलिस के जवान चलते हुए दिखाई दिए। 12 बजे के बाद दुकानें खोलने के लिए कह दिया गया था : हांडा
फिरोजपुर शहर व्यापार मंडल के प्रधान चंद्र मोहन हांडा ने बताया कि जनरल वर्ग की 6 सितंबर की बंद की कॉल पूरी तरह से सफल रही है, इस दौरान लोगों को बंद के कारणों के बारे में बताया गया, उन्होंने बताया कि लोगों ने स्वेच्छा से बंद में भाग लिया है, कहीं पर किसी के द्वारा जबरदस्ती नहीं की गई। उन्होंने दिन में 12 बजे के बाद लोगों को अपनी दुकानें खोलने के लिए कहा गया था। उन्होंने कहा कि अगली कार्रवाई उच्च लेबल के नेताओं द्वारा लिए जाने वाले फैसले के तहत होगी।
सामान्य रहा रेल व सड़क यातायात
जनरल वर्ग की भारत बंद की कॉल के दौरान वीरवार को पूरे जिले में रेल व सड़क यातायात दिन भर आबाध रूप से चलता रहा, एहतियातन लोग स्वत: ही अन्य दिनों की अपेक्षा दोपहर तक घरों से बाहर कम ही निकले, जिसके कारण दोपहर तक यात्रियों का रेलवे स्टेशन पर आवागमन कम दिखाई दिया, परंतु दोपहर बाद आवागमन सामान्य हो गया।
जनरल वर्ग के कर्मियों ने अवकाश लेकर बंद का किया समर्थन
एससी-एसटी एक्ट में संशोधन कर उसे मूल स्वरूप में बहाल करने के विरोध में पंजाब सरकार के विभिन्न विभागों में कार्यरत सामान्य वर्ग के कर्मियों द्वारा अवकाश लेकर बंद को अपना समर्थन दिया गया, कर्मियों ने डीसी दफ्तर के समझ धरने पर भी बैठे रहे। धरने को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि उक्त संशोधन पर केन्द्र सरकार को दोबारा से विचार करना चाहिए।