परमात्मा तक पहुंचने का एक मात्र माध्यम गुरू-साध्वी दीवेशा
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की ओर से श्री सनातन धर्म युवक सेवा मंदिर नमक मंडी में रामनवमी के उपलक्ष्य में तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है जिसके द्वितीय दिवस में संस्थान की साध्वी दीवेशा भारती जी ने बताया कि भगवान कृष्ण की उपासीका मीरा बाई जी ने भगवान कृष्ण को जानकर समाज के लोगों को बता दिया कि भगवान जानने का विषय है क्योंकि मीरा पहले भगवान कृष्ण को मानती थी वह जब भी भगवान को पुकारती भगवान कृष्ण अपनी प्रतिमा में से प्रकट होकर उसे दर्शन देते लेकिन एक दिन भगवान कृष्ण उसे प्रकट हो करके कहते हैं की मीरा तुम मुझे कब तक पुकारती रहेगी मैं तुझे दर्शन देने के लिए आता हूं और तू मेरे बाहरी स्वरूप का दर्शन करती है यह चोला में द्वापर युग में धारण
जागरण संवाददाता, फिरोजपुर : दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की ओर से श्री सनातन धर्म युवक सेवा मंदिर, नमक मंडी में रामनवमी के उपलक्ष्य में करवाए जा रहे तीन दिवसीय कार्यक्रम के दूसरे दिन संस्थान की साध्वी दीवेशा भारती जी ने बताया कि भगवान कृष्ण ने अपनी भक्त मीरा बाई जी से कहा कि मीरा तुम मुझे कब तक पुकारती रहोगी। मैं तुझे दर्शन देने के लिए आता हूं और तू मेरे बाहरी स्वरूप का दर्शन करती है। तुमने यदि मेरे तत्व को जानना है। तो तुझे समय के एक पूर्ण संत की शरण को धारण करना पड़ेगा। फिर मीरा जी ने रविदास महाराज जी की शरण में भगवान के वास्तविक स्वरूप का दर्शन किया। ऐसे में भगवान को देखने के लिए गुरू की शरण बहुत जरूरी है। यही एकमात्र माध्यम है जो हमें परमात्मा से मिलवाता है। अत: एक ऐसे पूर्ण गुरु की शरण को धारण कर अपने ही आंतरिक जगत में चार फलों के उस ब्रह्म ज्ञान को प्राप्त करें इसी में जिंदगी की सार्थकता है। इसके अतिरिक्त साध्वी सोनिया भारती जी एवं रजनी भारती जी ने भगवान के भजनों से भक्तों को आनंदित किया। कार्यक्रम की समाप्ति भगवान की आरती से हुई। कार्यक्रम में ज्योति प्रज्वलन की रस्म मंदिर कमेटी के प्रधान सतीश धवन ने अपने अन्य कमेटी मेंबर्स के साथ निभाई।