रेलवे अधिकारियों ने भ्रष्टाचार मिटाने की ली शपथ
फिरोजपुर : रेलवे को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने व रेल अधिकारियों व कर्मियों को भ्रष्टाचार से दूर रहने के प्रति जागरूक करने के लिए शुक्रवार को दिल्ली से रेलवे विजिलेंस की सीनियर डिप्टी जरनल मैनेजर चंद्रलेखा टीम सहित फिरोजपुर पहुंचीं। उन्होंने एक घंटा डीआरएम विवेक कुमार से बैठक की और इसके बाद डीआरएम दफ्तर में समूह विभागों के वरिष्ठ और सहायक अधिकारियों से बैठक की जो करीब तीन घंटे तक जारी रही। बैठक के अंत में चंद्रलेखा और उनकी टीम ने मंडल के समूह अधिकारियों को भ्रष्टाचार मिटाने के लिए प्रयास जारी रहने की शपथ दिलाई।
जागरण संवाददाता, फिरोजपुर : रेलवे को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने व रेल अधिकारियों व कर्मियों को भ्रष्टाचार से दूर रहने के प्रति जागरूक करने के लिए शुक्रवार को दिल्ली से रेलवे विजिलेंस की सीनियर डिप्टी जरनल मैनेजर चंद्रलेखा टीम सहित फिरोजपुर पहुंचीं। उन्होंने एक घंटा डीआरएम विवेक कुमार से बैठक की और इसके बाद डीआरएम दफ्तर में समूह विभागों के वरिष्ठ और सहायक अधिकारियों से बैठक की जो करीब तीन घंटे तक जारी रही। बैठक के अंत में चंद्रलेखा और उनकी टीम ने मंडल के समूह अधिकारियों को भ्रष्टाचार मिटाने के लिए प्रयास जारी रहने की शपथ दिलाई।
चंद्रलेखा ने अपील की कि उन्हें फिरोजपुर रेल मंडल नॉर्दर्न रेलवे का सबसे बड़ा रेल मंडल है, जो अपनी अलग ही पहचान बनाए हुए है। भ्रष्टाचार रोकने के लिए समय-समय पर जागरूकता कैंप लगाए जा रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे अपने कंप्यूटर के पासवर्ड अपने तक ही सीमित रखें, क्योंकि यदि इसकी जानकारी किसी दूसरे को मिलती है तो उसका गलत इस्तेमाल कर सकता है। विजिलेंस की टीम न केवल फिरोजपुर मंडल के दौरा पर यहां आई है, बल्कि नॉर्दर्न के अन्य सभी रेल मंडलों में भी अधिकारियों को भ्रष्टाचार मुक्त रहने के टिप्स दिए जा रहे हैं, जिसे वे कर्मचारियों तक पहुंचा सकें। सभी विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों कहाकि ये उनका फर्ज बनता है कि वह अपने-अपने विभाग के कर्मचारियों को समय समय पर रेलवे को पूरी तरह साफ छवि वाला विभाग बनाने के लिए अपनी ड्यूटी पूरी इमानदारी से करते रहें।
सीनियर डिप्टी जरनल मैनेजर ने कहा कि यदि किसी विभाग में किसी तरह का भ्रष्टाचार फैलता है तो उसके लिए संबधित विभाग के अधिकारी ही जिम्मेदार होंगे नॉर्दर्न रेलवे के सैकड़ों उन कर्मचारियों के मामलों की जांच तेजी से की जा रही है, जो किसी न किसी रूप से विजिलेंस मामलों की जांच शामिल है।