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आर्थिक आधार पर सवर्णो को आरक्षण देना समय की जरूरत

-सवर्णों को आरक्षण दिए जाने की मांग को लेकर पिछले तीन वर्षो से अभियान चला रही थी संस्था, -राजनीतिक विशलेषक केन्द्र सरकार के इस फैसले का कर रहे है स्वागत, फोटो-15,16,17, प्रदीप कुमार ¨सह, फिरोजपुर -फिरोजपुर लोकसभा के सांसद- शेर ¨सह घुबाया (शिअद), -कुल मतदाताओं की संख्या-13424

By JagranEdited By: Published: Tue, 08 Jan 2019 06:03 PM (IST)Updated: Tue, 08 Jan 2019 06:03 PM (IST)
आर्थिक आधार पर सवर्णो को आरक्षण देना समय की जरूरत
आर्थिक आधार पर सवर्णो को आरक्षण देना समय की जरूरत

प्रदीप कुमार ¨सह, फिरोजपुर

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-फिरोजपुर लोकसभा के सांसद- शेर ¨सह घुबाया (शिअद)

-कुल मतदाताओं की संख्या-1342488,

-पुरुष-700553,

-महिलाएं-641935,

- जातिगत वोट प्रतिशत-

-सामान्य वर्ग 38 फीसद,

-ओबीसी वर्ग की 20 फीसद,

-एससी वर्ग की 42 फीसद,

सोमवार को केंद्र सरकार द्वारा आर्थिक आधार पर सवर्णो को आरक्षण की घोषणा की गई। आर्थिक आधार पर आरक्षण की मांग अरोड़ा वंश द्वारा पिछले तीन साल से की जा रही थी। इसके लिए संस्था द्वारा अभियान भी चलाया जा रहा था। संस्था के सदस्य अपने शहरी वोटरों में 29 फीसद भागीदारी होने की बात कहते हुए केंद्र सरकार से आर्थिक आधार पर आरक्षण मांग रहे थे। अब जबकि उनकी मांग पूरी हो गई है तो वह इसका स्वागत कर रहे हैं।

तीन जिलों की नौ विधानसभाओं वाली फिरोजपुर संससदीय सीट की 42 फीसद आबादी एससी वर्ग की है। यहीं नहीं, नौ विधानसभाओं में से तीन विधानसभाएं एससी वर्ग के लिए आरक्षित हैं। ऐसे में केन्द्र सरकार द्वारा आर्थिक आधार पर सवर्णो को आरक्षण दिए जाने की घोषणा कितनी ठीक होगी और इसका आगामी लोकसभा चुनाव में एनडीए के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को कितना लाभ मिलेगा। इस पर फिरोजपुर लोकसभा की राजनीति को नजदीक से समझाने वाले कामरेड हंसा ¨सह कहते है कि आर्थिक आधार पर आरक्षण मिलना ही चाहिए, बहुत से लोग है जिनको वाकई में आरक्षण की जरूरत है। भले ही वह किसी भी वर्ग के क्यों न आते हों। उन्होंने कहा कि फिरोजपुर लोकसभा सीट पर लगभग 42 फीसदी मतदाता एससी वर्ग से आते हैं, जबकि शेष ओबीसी और जनरल वर्ग के। जनरल वर्ग के बहुत से लोगों की हालत अर्थिक रूप से बेहद दयनीय थी ऐसे में उनको आरक्षण दिए जाने की घोषणा का स्वागत होना चाहिए।

अरोड़ा वंश सभा के पदाधिकारी राजेश सचदेवा ने कहा कि फिरोजपुर लोकसभा सीट के शहरी वोटरों में से 29 फीसदी वोट अरोड़ा वंश की है। जिसे देखते हुए उनकी संस्था द्वारा पिछले तीन साल से सवर्ण वर्ग को आरक्षण दिए जाने की मांग को लेकर अभियान चलाया जा रहा था, जिसे र्केद्र सरकार ने मान लिया है और वह लोग इसका स्वागत करते हैं, इससे उनके बच्चों का भविष्य भी संवरेगा।

समाजसेवी पर¨वदर कुमार ने केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत किया और कहा कि उन लोगों को मोदी सरकार से अपेक्षा थी कि वह देश के बहुंसख्यक जनसंख्या की मांग को जरूर पूरा करेंगे, इसका फायदा केंद्र सरकार को जरूर आगामी चुनाव में पहुंचेगा। -संसदीय क्षेत्र फिरोजपुर-

-फिरोजपुर संसदीय क्षेत्र की नौ विधानसभाओं में से तीन एससी वर्ग के लिए आरक्षित हैं।

1. फिरोजपुर शहर (76)

2. फिरोजपुर देहाती (77 एससी)

3. गुरुहरसहाय (78)

4. जलालाबाद (79)

5. फाज्लिका (80)

6. अबोहर (81)

7. बल्लूआना (82 एससी)

8. मलोट (85 एससी)

9. मुक्तसर (86)

--1951 के चुनाव में इस सीट पर शिरोमणि अकाली दल ने जीत का परचम लहराया था। इसके बाद 1954, 1957, 1962, 1967, 1985 में यहां कांग्रेस ने जीत दर्ज की। 1951, 1977, 1998, 1999, 2004, 2009,2014 में यह सीट शिरोमणि अकाली दल के खाते में रही। 1989, 1996 ऐसे दो मौके रहे जब यह सीट क्रमश: निर्दलीय और बीएसपी के पास गई। 1105412 वोट 2014 में हुए थे पोल

-कुल पोल हुए वोटों में शेर ¨सह घुबाया (शिअद) को 44.13 फीसद वोट (487933) मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी कांग्रेसी उम्मीदवार सुनील कुमार जाखड़ को 41.29 फीसद वोट (456512) मिले थे, यही नहीं नोटा को भी 7685 वोट मिले थे।


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