पीजीआई सेटेलाईट सेंटर बने तो मिले राहत
जागरण संवाददाता, फिरोजपुर सरहदी जिले फिरोजपुर में पीजीआइ सेंटर मंजूर होने के पांच स
जागरण संवाददाता, फिरोजपुर
सरहदी जिले फिरोजपुर में पीजीआइ सेंटर मंजूर होने के पांच साल बाद भी इसका कार्य कागजी फाइलों से आगे नहीं बढ़ पाया है। पांच साल पहले जब सेंटर की घोषणा हुई थी तो साथ में धनराशि भी जारी होने की बात की गई थी, परंतु जमीन न उपलब्ध हो पाने से जमीनी स्तर पर काम नहीं शुरू हो सका और धनराशि बिना खर्च हुए वापस चली गई। अब फिरोजपुर-मोगा हाइवे पर बागवानी विभाग के पास जमीन मिल गई है तो धनराशि नहीं होने से काम नहीं शुरू नहीं हो पा रहा है।
सेंटर के खुलने से आसपास के जिलों के साथ ही पंजाब से सटे राजस्थान के कई जिलों के लोगों को फायदा होगा। सरहदी जिले में सेहत की अच्छी व इमरजेंसी सुविधाएं न होने के कारण कई अमूल्य ¨जंदगियों की अकाल मौत हो जाती है। फिरोजपुर से ज्यादातर लोग गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए लुधियाना व चंडीगढ़ जाते हैं, लुधियाना तक पहुंचने में लोगों को कम से कम तीन से चार घंटे का समय लगता है, जिससे इमरजेंसी में कई मरीजों की रास्ते में ही मौत हो जाती है। हालांकि फिरोजपुर के पड़ोसी जिले फरीदकोट में मेडिकल कॉलेज है, परंतु वहां रात्रि के समय अधिकाशंत: मरीजों को लुधियाना व चंडीगढ़ के लिए ही रेफर करते हैं जिसे देखते हुए लोग वहां जाने से ही परहेज करते है। ऐसे मे फिरोजपुर में पीजीआइ सेटेलाइट सेंटर के खुलने से लोगों को बहुत फायदा पहुंचेगा।
2013 में यूपीए सरकार से करवाया था बजट मंजूर : पिंकी
विधायक पर¨मदर ¨सह ¨पकी ने बताया कि 2013 में केंद्र की यूपीए सरकार से फिरोजपुर की मुख्य जरूरत को देखते हुए पीजीआइ बनाने के लिए पौने तीन सौ करोड़ रुपये का यह प्रोजेक्ट मंजूर करवाए थे। लेकिन प्रदेश में सत्ता अकाली-भाजपा सरकार की होने के कारण इस प्रोजेक्ट बनाने के लिए जमीन ही नहीं मिली। उन्होंने कहा कि सेंटर बनाने के लिए 25 एकड़ जमीन की जरूरत थी, जो कि अब उपलब्ध हो गई है, वह अपनी ओर से पूरी कोशिश कर रहे हैं कि जल्द ही सेंटर का नींवपत्थर रखकर कार्य शुरू हो सकें।
पीजीआई सेंटर समय की जरूररत
समाजसेवी डॉ. राजीव कुमार व समाजसेवी पर¨मदर ¨सह ने कहा कि समय की जरूरत है कि फिरोजपुर में जल्द ही पीजीआइ सेटेलाइट सेंटर खुले, ताकि लोगों को सस्ते दर पर बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सकें। उक्त लोगों ने प्रदेश सरकार से मांग की कि वह सेंटर के लिए बजट में धनराशि का प्रावधान अवश्य करें, जिससे सरहदी जिले के लोगों को सेहत सुबिधाएं प्राप्त हो सकें।