शहादत दिवस पर शहीदों के अपनों को भूला प्रशासन
जागरण संवाददाता, फिरोजपुर 23 मार्च को शहीदों के शहादत दिवस पर हुसैनीवाला बार्डर स्ि
जागरण संवाददाता, फिरोजपुर
23 मार्च को शहीदों के शहादत दिवस पर हुसैनीवाला बार्डर स्थित समाधि स्थल (शहीदे आजम भगत ¨सह, राजगुरु व सुखदेव) पर हो राज्य स्तरीय समागम में शहीदों के अपनों को न बुलाए जाने पर रिश्तेदारों ने दु:ख व्यक्त किया है।
फरीदाबाद निवासी शहीद सुखदेव के पोते अनुज थापर ने बताया कि उन्हें हुसैनीवाला में हो रहे शहीदी दिवस पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम की सूचना ही नहीं दी गई और न ही कोई निमंत्रण मिला है, ऐसे में उन्हें दु:ख हुआ है, उनके दादा ने देश की आजादी के लिए कुर्बानी दी और अब उनके निमित हो रहे समागम में उन्हें ही नहीं बुलाया गया। पुणे निवासी राजगुरु के पोते स्वतंत्र सील राजगुरू ने बताया कि उन्हें भी कोई निमंत्रण पत्र नहीं आया है, 22 मार्च की सुबह एडीसी फिरोजपुर का फोन आया था समागम में शामिल होने के लिए ऐसे में इतने कम समय में वह समागम में शामिल होने के लिए नहीं पहुंच सकते थे, यह मात्र औपचारिकता था, वैसे हमें कभी बुलाया नहीं गया। स्वतंत्रा सेना वीके दत्त की बेटी भारती बागची ने बताया कि 23 मार्च को फिरोजपुर स्थित हुसैनीवाला में राज्य स्तरीय समारोह के लिए उन्हें नहीं बुलाया गया, वह तो फाजिल्का में जिला प्रशासन के एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आई थी तो उन्होंने 23 मार्च को शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने की इच्छा व्यक्त की तो फाज्लिका जिला प्रशासन द्वारा प्रबंध किया गया है। वीके दत्त की भी समाधि उनकी इच्छा के अनुरूप शहीदों की समाधि स्थल के पास बनी हुई है।
फ्रीडम फाइटर्स फेमिली एसोसिएशन के अध्यक्ष संजीव शर्मा ने बताया कि यह 50 साल में पहली बार हुआ है कि उन्हें बुलाया ही नहीं गया, प्रशासन का यह कदम दु:ख पहुंचाने वाला है। डिप्टी कमिश्नर रामवीर ने कहा कि शहीदों के परिजनों को पूरा मान-सम्मान दिया जा रहा है, उन्हें समागम में शामिल होने के लिए बुलाया गया है, इसके लिए एक अधिकारी की भी तैनाती की गई है।