एक ही बाइक पर सवार थे पांच युवक, वाहर से टकराई, दो की मौत
फिरोजपुर /ममदोट : ममदोट में लगे धार्मिक मेले के दौरान वीरवार रात हुए महामाई के जागरण में शामिल होकर शुक्रवार सुबह घर लौट रहे एक युवा और चार किशोर हादसे का शिकार हो गए। एक ही मोटरसाइकिल पर सवार पांचों युवक ममदोट से खाई गांव रोड पर गांव हुसैनशाह वाला के समीप वीरवार अल सुबह करीब 5:15 बजे एक अज्ञात वाहन से टकरा गए। इससे दो लड़कों की मौत हो गई और तीन गंभीर रूप से घायल हैं।
जागरण टीम, फिरोजपुर /ममदोट : ममदोट में लगे धार्मिक मेले के दौरान वीरवार रात हुए महामाई के जागरण में शामिल होकर शुक्रवार सुबह घर लौट रहे एक युवा और चार किशोर हादसे का शिकार हो गए। एक ही मोटरसाइकिल पर सवार पांचों युवक ममदोट से खाई गांव रोड पर गांव हुसैनशाह वाला के समीप वीरवार अल सुबह करीब 5:15 बजे एक अज्ञात वाहन से टकरा गए। इससे दो लड़कों की मौत हो गई और तीन गंभीर रूप से घायल हैं। हादसा मोटरसाइकिल का संतुलन बिगड़ने की वजह से होना बताया जा रहा है। इसमें गुरप्रीत ¨सह उर्फ गोरा (18) पुत्र शेर ¨सह निवासी गांव ढाब खुशहाल जोइया, तहसील जलालाबाद की मौके पर ही मौत हो गई। कर्ण (16) पुत्र गुरमीत सिंह निवासी गांव लैलीवाला, जिला फिरोजपुर की सिविल अस्पताल से मेडिकल कॉलेज ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई। हरप्रीत ¨सह (16) पुत्र करनैल ¨सह, साहिल (15) पुत्र गुरमेज ¨सह और अमनदीप ¨सह (16) निवासी गांव लैलीवाला गंभीर घायल हैं। इनमें से साहिल और अमनदीप का मेडिकल कॉलेज फरीदकोट में इलाज चल रहा है। हरप्रीत ¨सह एक स्थानीय निजी अस्पताल में भर्ती है। अमनदीप की हालत ज्यादा नाजुक बनी हुई है।
थाना ममदोट के एएसआइ और मामले के जांच अधिकारी सुखदर्शन शर्मा के अनुसार पांचों का मोटरसाइकिल किस वाहन से टकराया, इसका अभी तक पता नहीं चला है। दिनभर चर्चा रही कि किसी कार ने सामने से मोटरसाइकिल को टक्कर मारी है। चर्चा ये भी रही कि एक ओवरलोड ट्रैक्टर ट्रॉली को ओवरटेक करते हुए हादसा हुआ। पुलिस के अनुसार हादसा स्थल पर मोटरसाइकिल काफी क्षतिग्रस्त अवस्था में पड़ा हुआ मिला। अगर कार की टक्कर से हादसा होता तो कार कोई न कोई पार्ट्स मौके पर पड़ा मिलता। हादसा किसी बड़े वाहन की टक्कर से होने की आशंका है। हादसे के बाद घायलों को एंबुलेंस से सिविल अस्पताल लाया गया।
दोस्तों को घर छोड़ने जा रहा था चार बहनों का इकलौता भाई गुरप्रीत सिंह
गुरप्रीत ¨सह उर्फ गोरा निवासी ढाब खुशहाल जोइया वीरवार शाम को अपने घर से यह कहते हुए गया था कि वह ममदोट में लगने वाले मेले में जा रहा है। वहां लैली गांव से उसके दोस्त और रिश्तेदारों के लड़के भी आएंगे। मजदूर शेर ¨सह व सुमित्रा देवी का बेटा गुरप्रीत सिंह चार बहनों का इकलौता भाई था। वह यह कहते हुए घर से निकला था कि रात को ममदोट मेले में लगने वाले महामाई के जागरण को सुनने के बाद सुबह जल्द ही घर लौटा आएगा। परिजनों के अनुसार गुरप्रीत ¨सह ने शुक्रवार अल सुबह ममदोट में अपने एक रिश्तेदार से यह कहते हुए मोटर साइकिल मांगा था कि वह अपने दोस्त कर्ण ¨सह व अन्य को उनके गांव लैलीवाला छोड़ कर जल्द ही लौट आ जाएगा। पर नियति को कुछ और ही मंजूर था। हादसे का शिकार होने से गुरप्रीत सदा के लिए दुनिया से चला गया। शेर ¨सह के अनुसार 12 वीं पास उसके बेटे गुरप्रीत सिंह ने इसी साल कॉलेज में एडमिशन लेनी था।
कर्ण के माता-पिता नहीं हैं, पालन-पोषण कर रहे थे दादा
सिविल अस्पताल पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि कर्ण के माता पिता की काफी पहले मृत्यु हो चुकी थी। कर्ण का पालन पोषण उसके दादा दलीप ¨सह कर रहे थे। उसके एक बहन और एक भाई है।