पूर्व उपाध्यक्ष सहित पार्षद ने खोला कैंटोनमेंट बोर्ड के खिलाफ मोर्चा
वीरवार को छावनी की झोक रोड स्थित बंगला नंबर 84 के पास हाई-प्रोफाइल ड्रामा हुआ। कैंटोनमेंट बोर्ड के एसडीई सतीश कुमार के नेतृत्व में बोर्ड के कर्मचारी व अधिकारी इंटरलॉकिग टाइल्स उतारने के लिए पहुंचे।
संवाद सूत्र, फिरोजपुर: वीरवार को छावनी की झोक रोड स्थित बंगला नंबर 84 के पास हाई-प्रोफाइल ड्रामा हुआ। कैंटोनमेंट बोर्ड के एसडीई सतीश कुमार के नेतृत्व में बोर्ड के कर्मचारी व अधिकारी इंटरलॉकिग टाइल्स उतारने के लिए पहुंचे। तभी मौके पर पहुंचे बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष व पार्षद सुरिन्द्र बब्बू व पार्षद सुनील कुमार शीला ने बोर्ड अधिकारियों व कर्मचारियों को टाइलें उतारने से रोका। सुरिन्द्र बब्बू व सुनील ने आरोप लगाए के बोर्ड के अधिकारियों द्वारा नियमों को ताक पर रखकर निजी व धनाढ्य लोगों के बंगलों में टाइल्स लगवाई जा रही है। इस जगह से बोर्ड अधिकारी टाइल्स उतारने की बात कह रहे है, वह टाइल्स उन्होंने सेना के स्टेशन हेडक्वार्टर से लिखित में परमिशन लेकर खुद के पैसों से लगवाई है। उन्होंने कहा कि जब सेना की परमिशन उनके पास है तो नियमों को ताक पर रखकर बोर्ड के अधिकारी इन टाइलों को उतारने की कोशिश कर रहे है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वहीं पार्षदों द्वारा जब बोर्ड कार्यालय के साथ एक बंगले में पड़ी पुरानी टाइल्स लगवाने के बारे में आरोप लगाएं तो ड्रामे के बाद बोर्ड की सरकारी गाड़ी में वहां पड़ी टाइलो को उठवाना शुरू कर दिया। ये चोरी की टाइलें : एसडीई
एसडीई सतीश कुमार ने कहा कि 84 नंबर बंगलों क्षेत्र में लगी टाइल्स चोरी की है और इसे वह सीईओ के आदेश पर उतारने आएं है। वह सरकारी आदेशों का पालन करते हुए अपनी ड्यूटी कर रहे है। उन्होंने कहा कि यह टाइल्स कोर्ट रोड से चोरी हुई थी। जब उनसे सरकारी संपत्ति चोरी की पुलिस शिकायत के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कुछ बोलने से इनकार कर दिया। बोर्ड के कार्य में विघ्न डाल रहे पार्षद : सीईओ
सीईओ दमन सिंह ने कहा कि जो टाइलें हमने उतारनी है, वे चुराकर लगाई गई टाइल्स है। उन्होंने कहा कि जिन दो पार्षदों द्वारा बोर्ड पर आरोप लगाएं गए है, वह बिल्कुल गलत है और आरोप लगाने से गलत साबित नहीं किया जा सकता है। पार्षदों द्वारा सरकारी कार्य में विघ्न डाले जाने की कार्रवाई को वह मीटिग में रखेंगे। उन्होंने कहा कि सूचना मिली थी कि कोर्ट रोड से टाइल्स चोरी होकर 84 नंबर बंगलों में लगाई गई है। सीईओ ने कहा कि बोर्ड ने किसी भी प्राईवेट बंगलों में टाइल नहीं लगवाई। उन्होंने कहा कि अगर पार्षद ने अपने स्तर पर स्टेशन हेडक्वार्टर से परमिशन ली है तो वह भी गलत है और वह खुद इस बारे में हेडक्वार्टर अधिकारियों से बात करेंगे।