अभिभावकों के नाम बच्चों की डायरी में चाइना डोर इस्तेमाल नहीं के लिखे नोट
चाइना डोर की वजह से होने वाली घटनाओं को रोकने के लिए फिरोजपुर के डिप्टी कमिश्नर चंद्र गैंद ने शिक्षण संस्थाओं के प्रिसिपलों के साथ बैठक की गई।
जागरण संवाददाता, फिरोजपुर : चाइना डोर की वजह से होने वाली घटनाओं को रोकने के लिए फिरोजपुर के डिप्टी कमिश्नर चंद्र गैंद ने शिक्षण संस्थाओं के प्रिसिपलों के साथ बैठक की गई। इसमें उन्होंने बच्चों की डायरी में चाइना डोर इस्तेमाल नहीं करने के लिए नोट लिखकर भेजने को कहा है।
डीसी ने कहा कि वह बच्चों और युवाओं की अच्छी सेहत के लिए हलके में लगातार पार्क और खेल के मैदान तैयार करवा रहे हैं। यदि फिर भी हम अपने बच्चों की सेहत का ध्यान न रखते हुए उन्हें पतंगबाजी के लिए चाइना डोर खरीदकर दे रहे हैं तो यह हमारे समाज के लिए बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बात है। चाइना डोर डोर नायलन, सिथेटिक, प्लास्टिक (कांच के पाउडर) की बनी होती है। यह बहुत मजबूत, न-गलने योग्य और न ही टूटने योग्य होती है। यह डोर जहां पतंगबाजी के समय पतंग उड़ाने वालों के हाथ और उंगलियां काट देती है, वहीं इसके साथ साइकिल और स्कूटर चालकों के गले और कान काटने की घटनाएं होने का कारण बनती है। उड़ते पक्षी भी हादसों का शिकार बनते हैं। उन्होंने प्रिसिपल से कहा कि वह इस संदर्भ में अभिभावकों के साथ मीटिग करें, जिससे वे अपने बच्चों को चाइना डोर का प्रयोग करने से रोकें और आसपास लोगों को भी इसका प्रयोग न करन के लिए कहने।
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि चाइना डोर का प्रयोग न करने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से पहले ही पाबंदी लगाई हुई है। इस दौरान विधायक परमिदर सिंह पिकी और डिप्टी कमिश्नर चंद्र गैंद ने समूह स्कूलों के मुखियों को चाइना डोर का प्रयोग न करने के लिए लोगों को शपथ भी दिलवाया। उन्होंने समूह लोगों को भी अपील की है कि वह चाइना डोर का प्रयोग न कर अपने और अन्य लोगों की सुरक्षा के लिए काम करें। इस मौके डीईओ कुलविद्र कौर भी उपस्थित रही।