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दो घंटे इंतजार के बाद भी सीएम से न मिल पाई दिव्यांग रोमा

खुद को आम जनता का मुख्यमंत्री बताने वाले चरणजीत सिंह चन्नी से मिलना आम आदमी के लिए कितना मुश्किल है

By JagranEdited By: Published: Thu, 25 Nov 2021 10:48 PM (IST)Updated: Thu, 25 Nov 2021 10:48 PM (IST)
दो घंटे इंतजार के बाद भी सीएम से न मिल पाई दिव्यांग रोमा
दो घंटे इंतजार के बाद भी सीएम से न मिल पाई दिव्यांग रोमा

संवाद सूत्र, गुरुहरसहाय (फिरोजपुर): खुद को आम जनता का मुख्यमंत्री बताने वाले चरणजीत सिंह चन्नी से मिलना आम आदमी के लिए कितना मुश्किल है, यह बात गुरुहरसहाय की रहने वाली 35 वर्षीय रोमा बता सकती है। दिव्यंाग रोमा पिछले लंबे समय से इलेक्ट्रानिक साइकिल ना मिलने से परेशान है। रोमा अपने पति राकेश के साथ सीएम से मिलने पहुंची तो वीआइपी सिक्योरिटी में घिरे सीएम से पुलिस अधिकारियो व कर्मचारियो ने मिलने नही दिया।

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रोमा का पति राकेश कुमार रिक्शा चलाकर घर का गुजारा करता है। उसके तीन बेटिया जिनमें 15 वर्षीय तमन्ना, 13 वर्षीय नेहा व 12 वर्षीय बेटी काजल तथा चार वर्ष का बेटा प्रेम है। सभी बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ते है। रोमा का कहना है कि उसके घर का गुजारा भी मुश्किल से चलता है। उसने जब पढ़ा कि सीएम चन्नी लोकां दे मसले हल करदा है तां ओह वी आपना दुखड़ा सुनाऊण वास्ते मुखमंत्री चन्नी नू मिलन आई है, लेकिन पुलस वाले उसनू अंदर जाण ही नही दे रहे।

रोमा ने कहा कि अशिक्षित होने तथा शरीर से काम ना होने के कारण वह घर पर एक जगह बैठी रहती है। उसके पति की कमाई से भी घर का गुजारा नही चल पाता।

रेडक्रास सोसायटी के सचिव अशोक बहल ने कहा कि अगर किसी जरूरतमंद को साइकिल चाहिए तो रेडक्रास द्वारा ऐसे लोगो की शिनाख्त करके मुहैया करवाई जाती है। दिल्ली के लिए रवाना हुआ किसानों का जत्था संवाद सहयोगी, फिरोजपुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रकाश पर्व के दिन भले ही कृषि कानून रद करने की घोषणा कर दी है, लेकिन फिर भी किसानों ने अपना मोर्चा जारी रखने की घोषणा की है, जिसके चलते फिरोजपुर और फाजिल्का से 700 किसानों का जत्था दिल्ली बार्डरों के लिए पंजाब मेल से बुधवार को रवाना हुआ ।

भारतीय किसान एकता (डकौंदा)ने रवाना होने से पहले रैली भी की। जिला फिरोजपुर के प्रधान हरनेक सिंह महिमा ने कहा कि मोदी सरकार अपनी चालों से अभी भी बाज नहीं आ रही । तीनों कानून रद करने का ऐलान तो कर दिया, लेकिन एमएसपी का मसला अधूरा बीच में ही लटका दिया। उन्होंने कहा जब तक एमएसपी की मांग पूरी नहीं होती, किसानों का संघर्ष इसी तरह जारी रहेगा और किसान दिल्ली बार्डरों पर बने रहेंगे ।


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