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कंडम व जुगाड़ वाहन बने रहे हादसों का कारण

हर साल सड़क हादसों में होने वाली मौतों का कारण सड़कों पर दौड़ते कंडम व प्रतिबंधित वाहन भी हैं। प्रतिबंधित होने के बावजूद संबंधित विभागों के अधिकारी इनकी वेरिफिकेशन करने की जरूरत नहीं समझते।

By JagranEdited By: Published: Wed, 25 Nov 2020 06:51 AM (IST)Updated: Wed, 25 Nov 2020 06:51 AM (IST)
कंडम व जुगाड़ वाहन बने रहे हादसों का कारण

दर्शन सिंह, फिरोजपुर : हर साल सड़क हादसों में होने वाली मौतों का कारण सड़कों पर दौड़ते कंडम व प्रतिबंधित वाहन भी हैं। प्रतिबंधित होने के बावजूद संबंधित विभागों के अधिकारी इनकी वेरिफिकेशन करने की जरूरत नहीं समझते। खासकर लोगों की ओर से तैयार करवाए गए जुगाड़ वाहन हादसों का अधिक कारण बन रहे हैं। फिरोजपुर में इस साल अब तक 106 लोग सड़क हादसों में जाने गंवा चुके हैं, लेकिन फिर भी प्रशासन की ओर से जुगाड़ व कंडम वाहनों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके अलावा लंबी दूरी पर निकलने वाले बड़े वाहन चालक भी नींद में होने का कारण भी हादसों को अंजाम देते हैं। इसी माह गांव खाईफेमेकी के निकट हुई चालक की नींद की झपटी लगने से दो ट्रकों की टक्कर में दोनों के चालकों की मौत हो गई थी। जिले की सड़कों पर करीब 5500 आटो रिक्शा दौड़ रहे है, लेकिन इनमें मात्र 1500 आटो ही सही पास हैं और बाकी कंडम हालत में हैं। इनमें ज्यादातर वाहन चंडीगढ़ में पैट्रोल से चलाए जा चुके हैं और कंडम घोषित होने के बाद लुधियाना लाकर इनके इंजन डीजल वाले बदल दिए जाते हैं और ये वाहन फिरोजपुर पहुंच जाते हैं। ट्रैफिक विभाग के सूत्रों अनुसार जिले की सड़कों पर दौड़ रहे जुगाड़ वाहन न तो मंजूरशुदा होते है और न ही उनके कागजात होते हैं। जुगाड़ थ्री व्हीलर को करीब डेढ़ दशक पहले प्रतिबंधित कर दिया था, लेकिन फिर भी यह जुगाड़ वाहन सड़कों पर दौड़ रहे हैं। जिले में कार पांच फीसद तो 20 फीसद ट्रैक्टर ट्राली बिना प्रवानगी चल रहे हैं । खस्ताहाल सड़कें भी लील रही जिंदगियां

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जिले की खस्ताहाल सड़कें भी हादसों में अहम रोल अदा कर रही हैं। शहर के मल्लांवाला को जाने वाली रोड, जीरा गेट से आंसल को जाने वाली रोड के साथ कई अन्य सड़कें भी हैं जो हादसों का कारण बन चुकी हैं। राशि जारी होने के बावजूद सड़कों की रिपेयर नहीं करवाई जी रही। बेसहारा पशु भी हादसों को दे रहे बढ़ावा

लोगों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक करने वाली इंडियन सोशल वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष शमशेर सिंह व सरप्रस्त हरजीत सिंह के अलावा

वाहनों पर रिफ्लेक्टर लगाने वाली अलाइंस क्लब इंटरनेशनल जीरा के अध्यक्ष नवीन सचदेवा ने कहा कि कंडम वाहन व तेज रफ्तार वाहनों के अलावा बेसहारा पशु भी हादसों का मुख्य का कारण हैं। नियमों का करवाया जा रहा पालन : डीएसपी

डीएसपी हेडक्वार्टर करणशेर सिंह ने कहा कि उनका काम है नियमों का पालन करवाना न कि व्हीकल की फिटनेस की वेरिफिकेशन करना। उनकी तरफ से नियमों का पालन न करने वालों के चालान भी काटे जा सकते हैं ।


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