..ताकि न सोए कोई भूखा, अस्पताल में शुरू की लंगर सेवा
सरकारी अस्पताल में दूर-दराज के गांवों से आने वाले मरीजों व उनके परिजनों को भूखा सोते देख एक होटल मालिक का दिल ऐसे पसीजा कि उसने अपने दोस्तों की मदद से अस्पताल में रात को फ्री लंगर सेवा शुरू कर दी जोकि पिछले पांच माह से चल रही है।
तरूण जैन, फिरोजपुर : सरकारी अस्पताल में दूर-दराज के गांवों से आने वाले मरीजों व उनके परिजनों को भूखा सोते देख एक होटल मालिक का दिल ऐसे पसीजा कि उसने अपने दोस्तों की मदद से अस्पताल में रात को फ्री लंगर सेवा शुरू कर दी, जोकि पिछले पांच माह से चल रही है। जनता का अच्छा रिस्पांस मिलता देख लंगर सेवा की टीम द्वारा अब रोटी बनाने की मशीन लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है ताकि शहर-छावनी में प्वाइंटस निर्धारित कर फ्री में दाल-रोटी बांटी जा सके।
हरीश वेजिटेरियन के मालिक शैलेंद्र उर्फ शैली ने बताया कि वह सरकारी अस्पताल में वे अपने दोस्त विपुल नारंग के साथ गए थे तो वहां उन्होंने देखा कि ब्रदर हुड हेल्पिग हैंड के कार्यकत्र्ताओं द्वारा सप्ताह में एक दिन मुफ्त खाना बांटा जाता है। वह उक्त युवाओं के कार्य को देख इतना उत्साहित हुए कि लंगर लेने वाले लोगों से बातचीत की तो उन्हें पता चला कि यहां पर कई लोग बिना खाना खाए ही सो जाते है। यह सुनकर उनके दिल में विचार आया कि क्यों न यहां पर मुफ्त लंगर लगाकर भोजन वितरित किया जाए।
शैलेंद्र ने बताया कि उन्होंने अपने दोस्तों से सलाह की और इसी साल 29 जुलाई से रोजाना अपने होटल से चपाती और दाल बनवाकर मरीजों को बांटने लगे। जैसे ही वह लंगर लेकर जाते है तो अस्पताल के सभी वार्डों में जाकर आवाज लगाते हैं और जो मरीज लंगर में नहीं आ सकते। उन्हें बैड तक भोजन सहित दूध मुहैया करवाते हैं। चला था अकेला और काफिला बन गया
शैलेंद्र के अनुसार शुरूआती दिनों में उनकी सोच थी कि वह अकेले ही इस प्रोजेक्ट को चलाएंगे, लेकिन दोस्तों ने उनके हौसलों को ऐसे पंख लगाए कि अकेले चलने के बाद उनके साथ काफिला जुड़ता चला गया। इस वक्त उनके साथ लंगर सेवा में जिम्मी कक्कड़, विपुल नारंग, अमन चावला, जसविंद्र सिंह, सुनील अरोड़ा, विकास पासी, भूपिंद्र सिंह, साजन अरोड़ा, राहुल कक्कड़, कुनाल सेठी, हर्ष अरोड़ा, अमित कुमार और विकास गुप्ता पूरा साथ दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि लंगर में दूध की नि:शुल्क रूप से सेवा गोबिद डेयरी के मालिक गुरमीत भुल्लर द्वारा की जा रही है। ताकि कोई न सो पाएं भूखा
लंगर सेवा की टीम द्वारा अब पूरे शहर में फ्री लंगर के प्वाइंट बनाने का विचार बनाया है और जल्द ही रोटी बनाने की मशीन लेकर आ रहे है जोकि एक घंटे में एक हजार से ज्यादा चपाती बनाएगी। टीम द्वारा ड्यूटियां बांटकर शहर के विभिन्न हिस्सों में फ्री लंगर बांटने के स्टॉल लगाएं जाएंगे। इवेंट्स पर आने लगे लोग
टीम की निष्काम सेवा को देखते हुए अब लोगों ने भी सहयोग का हाथ आगे बढ़ाया है। लोगों द्वारा अपने जन्मदिन, सालगिरह व बुजुर्गो की पुण्यातिथि के मौके पर टीम के सदस्यों से संपर्क कर भोजन बांटा जा रहा है। शहरवासियों ने सराहा
लंगर सेवा की टीम द्वारा किए जा रहे इस कार्य की लोगों ने खूब सराहना की है। जहां लंगर का लाभ उठाने वाले मरीज व उनके परिजन खूब दुआएं दे रहे है तो वहीं व्यापार मंडल के प्रधान चन्द्रमोहन हांडा ने कहा कि भूखे को भोजन करवाना सबसे बड़ी सेवा है और टीम द्वारा जो कार्य किया जा रहा है वह सराहनीय है।