जांच टीम ने छात्राओं व अध्यापिकाओं केबयान किए दर्ज
गांव कुंडल के सरकारी कन्या मिडिल स्कूल की छात्राओं की तलाशी लेने के मामले की तह तक पहुंचने के लिए गठित जांच कमेटी ने सोमवार को गांव पहुंच कर पीड़ित छात्राओं के बयान दर्ज किए वहीं स्कूल की तत्कालीन स्कूल हैड कुलदीप कौर व अन्य अध्यापको के अलावा सीएमसी मेंबरों से इस मामले में पूछताछ की। । जानकारी के अनुसार एसडीएम पूनम ¨सह, ¨प्रसिपल ¨बदु अरोड़ा, डीईओ कुलवंत ¨सह, बाल सुरक्षा अधिकारी रितु बाला, सरकारी अस्प्ताल की डॉ. शैली अरोड़ा ने स्कूल पहुंचकर पीडित 12 छात्राओं के ब्यानकल्मबद्ध किए। जांच कमेटी की महिला सदस्यों ने स्कूल की हैड कुलदीप कौर व अन्य अध्यापकों से भी पूछताछ की। इससे पहले अध्यापिका के कहने पर तलाशी लेने वाली आठवीं कक्षा की 4 छात्राओं के बयान भी दर्ज किए जा चुके हैें।
संवाद सहयोगी, अबोहर : गांव कुंडल के सरकारी कन्या मिडिल स्कूल के बाथरूम में सेनेटरी पैड मिलने पर छात्राओं के कपड़े उतरवाकर तलाशी लेने के मामले में सोमवार को जांच टीम ने पीड़ित छात्राओं के बयान दर्ज किए। साथ ही तत्कालीन स्कूल हेड कुलदीप कौर व अन्य अध्यापकों के अलावा स्कूल सदस्यों से मामले में जानकारी ली।
एसडीएम पूनम ¨सह, ¨प्रसिपल ¨बदु अरोड़ा, डीईओ कुलवंत ¨सह, बाल सुरक्षा अधिकारी रितु बाला, सरकारी अस्प्ताल की डॉ. शैली अरोड़ा ने स्कूल पहुंचकर पीड़ित 12 छात्राओं के बयान कलमबद्ध किए। जांच कमेटी की महिला सदस्यों ने स्कूल की हेड कुलदीप कौर व अन्य अध्यापकों से भी पूछताछ की। इससे पहले अध्यापिका के कहने पर तलाशी लेने वाली आठवीं कक्षा की 4 छात्राओं के बयान भी दर्ज किए जा चुके हैं। एसडीएम ने कहा कि मामले की तह तक पहुंचने के लिए पूरा प्रशासन गंभीरता से जुटा हुआ है। मामले की पूरी जांच कर रिपोर्ट डीसी के माध्यम से सीएम व शिक्षा विभाग के सचिव को भेजी जाएगी।
गौरतलब है कि बाथरूम में सेनेटरी पैड मिलने से खफा स्कूल की ज्योति नामक अध्यापिका ने छात्राओं की तलाशी लेने का शर्मसार फैसला ले डाला था। यह मामला सीएम दरबार तक पहुंच गया व सीएम ने तुरंत इस पर कार्रवाई करते हुए स्कूल की हेड कुलदीप कौर व तलाशी लेने का फरमान सुनाने वाली अध्यापिका ज्योति का तुरंत प्रभाव से तबादला कर दिया था। इस मामले की जांच के लिए एक कमेटी का गठन कर दिया था जो अब इस मामले की जांच करने में जुटी हुई है, लेकिन अभी तक मामला बयानों के उलझन में ही फंसा हुआ है।
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घटना से आहत पीड़ित छात्राएं अभी तक नहीं जा रहीं स्कूल
पीड़ित छात्राएं मामले के करीब 6 दिन बाद भी काफी आहत हैं। अभी तक स्कूल जाना शुरू नहीं किया है। एक छात्रा के परिजन ने बताया कि पहले पीड़ित छात्राएं अपनी माता को भी बताने में ही कतरा रही थी लेकिन फिर उन्हें समझाने के बाद सभी छात्राओं ने इस बाबत अपने परिजनों को बताया।
अभिभावकों ने कहा, जल्द हो मामले का हल
अभिभावकों का कहना है कि वे चाहते हैं कि इस मामले को जल्द से जल्द हल कर लिया जाए। बार-बार छात्राओं से पूछताछ न हो ताकि छात्राओं को दोबारा पढ़ने का वातावरण मिल सके। उधर, पूरा गांव छात्राओं की तलाशी लेने के मामले को गलत बता रहा है।