योग बनाता है हमें योग्य व अनुशासति : डॉ. गणेश
अबोहर आइसीएसएस की ओर से प्रायोजित डीएवी शिक्षा महाविद्यालय योग विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी करवाई। संगोष्ठी के मुख्य अतिथि व वक्ता हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर योग रत्न डॉक्टर गणेश दास शर्मा थे।
संवाद सहयोगी, अबोहर : आइसीएसएस की ओर से प्रायोजित डीएवी शिक्षा महाविद्यालय योग विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी करवाई। संगोष्ठी के मुख्य अतिथि व वक्ता हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर योग रत्न डॉक्टर गणेश दास शर्मा थे। पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से सामुदायिक शिक्षा विभाग के चेयरपर्सन डॉ. डेजी जराबी, पंजाब विश्वविद्यालय के केंद्र कॉलेज निहाल सिंह वाला लुधियाना के प्राचार्य डॉ कुलदीप सिंह, जीएचजी शिक्षा महाविद्यालय सिधवा खुर्द से एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सीमा चोपड़ा विशिष्ट अतिथि थे। संगोष्टी का शुभारंभ प्रिसिपल डॉ. उर्मिल सेठी व अतिथियों ने ज्योति प्रज्जवलित कर किया।
मुख्य वक्ता योग रत्न डॉ गणेश दास शर्मा जी ने आत्म विकास में योग के महत्व विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने बताया कि योग वह विज्ञान है जो हमें योग्य बनाता है। योग से हम निरोगी काया रख सकते हैं और उन्होंने सात्विक भोजन खाने के लिए सब को प्रेरित किया। डॉ. डेजी जाराबी तनाव मुक्ति प्रबंधन में योगा के योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि आज की युग में इस सेमिनार की अति आवश्यकता है। शांति ढूंढने से नहीं मिलती बल्कि योग के माध्यम से प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने जीवन के सरल सहज अनुभवों से आत्मा परमात्मा के रहस्य पर प्रकाश डाला। मृत्यु अटल है इसलिए हम अपने वर्तमान जीवन को सुंदर बनाएं और अपने आप को अंदर से पहचाने। प्रिसिपल डॉ. उर्मिल सेठी व सेमिनार संयोजिका डॉक्टर रीमा पाहुजा ने पुष्प गुच्छा देकर आए हुए अतिथियों का स्वागत किया। डॉ. सेठी ने बताया कि वर्तमान में योग को शारीरिक मानसिक में आत्मिक स्वास्थ्य शांति के लिए बड़े पैमाने पर पाया जाता है। स्वस्थ,खुशहाल तथा समृद्ध जीवन में योग का बहुमूल्य योगदान है । संयोजिका डॉक्टर रीमा पाहुजा ने सेमिनार के विशेष महत्व पर प्रकाश डाला। महाविद्यालय की योगा चैंपियनशिप टीम ने शानदार योगा की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर डॉ कुलदीप सिंह, डॉ सुशीला नारंग, डॉ सर्वजीत कौर बराड, डॉ. अनीता अरोड़ा, डॉ मनजीत कौर, डॉ. प्रदीप ठकराल, डॉ. सुनीता डॉ नवदीप गिल, डॉ. बलविदर चीमा, वनीता, डॉ. राजेंद्र जाखड़, डॉ. राजपाल, डॉ राजेंद्र, स्थानीय समिति के सदस्य राहुल सोमानी, योगी सुखराम मौजूद थे। विभिन्न क्षेत्रों से आए डेलिगेट्स द्वारा योग विषय के अंतर्गत विभिन्न विषयों पर पेपर प्रस्तुत किए गए। प्रिसिपल डॉ. उर्मिल सेठी, संयोजिका डॉ रीमा पाहुजा, डॉक्टर परविदर कंबोज, राज परुथी व विनीत खुंगर ने सभी वक्ताओं को स्मृति चिन्ह प्रदान किए।