रंगों व पिचकारियों से बाजार गुलजार, आज खूब उड़ेगा गुलाल
अबोहर रंगों के त्योहार होली बुधवार को हर्षोल्लास से मनाया जाएगा। अधिकतर बच्चों में होली को लेकर खूब उत्साह है। बाजार पिचकारियों व रंगों से सजे हैं। दस रुपये से लेकर पांच सौ रुपये तक की पिचकारी भी दुकानों पर उपलब्ध है।
राज नरूला, अबोहर : रंगों के त्योहार होली बुधवार को हर्षोल्लास से मनाया जाएगा। अधिकतर बच्चों में होली को लेकर खूब उत्साह है। बाजार पिचकारियों व रंगों से सजे हैं। दस रुपये से लेकर पांच सौ रुपये तक की पिचकारी भी दुकानों पर उपलब्ध है। रंगों की भी बेशुमार वैरायटी से दुकानें लबालब हैं। अच्छे रंगों के साथ साथ बाजार में घटिया क्वालिटी के रंग भी बिकने के लिए तैयार हैं, जो चमड़ी व चेहरे को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
डॉ. सुभाष नागपाल ने बताया कि रंगों से खेलते समय त्वचा का ध्यान रखना जरूरी है। उन्होंने बताया कि केमिकल युक्त रंगों के प्रयोग से त्वचा का कैंसर, एग्जिमा जैसे रोग होने का खतरा रहता है। गंदे पानी के इस्तेमाल से कई तरह के त्वचा संबंधी रोग हो सकते है।
केमिकल युक्त रंगों से बचें : डॉ. नागपाल
डॉ. नागपाल ने बताया कि रंग खेलने से पहले चेहरे पर मोइशच्राइजर, सनस्क्रीन लगा लें। शरीर पर नारियल व सरसों का तेल लगाएं। इससे रंग का प्रभाव कम हो जाता है। रंग छुड़ाने को चमड़ी को अधिक न रगड़ें। यदि त्वचा लाल हो जाए या फिर छिल जाए तो क्रीम अथवा तेल इस्तेमाल करने के बजाय दही, टमाटर जूस, कच्चे दूध व पानी का मिश्रण का इस्तेमाल करें।
आंखों और कान को नुकसान पहुंचा सकता है रंग भरा गुब्बारा
बच्चों में अकसर रंग व पानी से भरे गुब्बारों से होली खेलने का शौक होता है, लेकिन यह रंग व पानी भरें गुब्बारे आंखों और कान को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए इनका इस्तेमाल करने से बच्चों को रोकना चाहिए। मुंह में रंग जाने से पेट में संक्रमण हो सकता है। आंखों में जलन व सूजन की समस्या हो तो ताजे पानी के छींटे मारे और उसके बाद डॉक्टर को दिखाएं।
सूखे रंगों से ही खेलें होली
जय हिद जय भारत वेलफेयर सोसायटी के प्रधान परमिदर सचदेवा ने लोगों से अपील की है कि वह सूखे रंगों से ही होली खेले। पानी वाले रंगों से त्वचा को नुकसान होने की आशंका रहती है।