जीवन रहते रक्तदान, मरणोपरांत नेत्रदान करने की दी प्रेरणा
अबोहर : एमडी ऑफ एजुकेशन में एनएसएस कैंप के तीसरे दिन की शुरूआत गायत्री मंत्र से की गई। इस अवसर पर सेवानिवृत नेत्ररोग विशेषज्ञ डॉ. अरुण झांब मुख्य वक्ता थे।
By JagranEdited By: Published: Mon, 31 Dec 2018 11:06 PM (IST)Updated: Mon, 31 Dec 2018 11:06 PM (IST)
संस, अबोहर : एमडी ऑफ एजुकेशन में एनएसएस कैंप के तीसरे दिन की शुरूआत गायत्री मंत्र से की गई। इस अवसर पर सेवानिवृत नेत्ररोग विशेषज्ञ डॉ. अरुण झांब मुख्य वक्ता थे। डॉ. अरुण झांब ने किशोर अवस्था में होने वाले परिवर्तनों के बारे बताया। उन्होंने कहा कि किशोरों के विकास में विद्यालय, माता पिता व शिक्षकों का अत्यंत प्रभाव होता है। उन्होंने अगर इस अवस्था में ध्यान न दिया जाए तो अनेक समस्याएं पैदा हो जाती है। उन्होंने मरणोपरांत नेत्रदान व जीते जी रक्तदान करने को प्रेरित किया। मौके पर विशाल गुप्ता, हनुमान, सविता, नीतू उपवेजा, ज्योति मिढ़ा, हरमीत कौर,राजदीप कौर व दयानंद मौजूद थे।
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