डोप टेस्ट के फर्जी सर्टिफिकेट बनाने वाले दो गिरफ्तार, एक फरार
सिविल अस्पताल फाजिल्का में बीते दिनों फर्जी डोप टेस्ट का मामला सामने आया था।
संवाद सूत्र, फाजिल्का : सिविल अस्पताल फाजिल्का में बीते दिनों फर्जी डोप टेस्ट का मामला सामने आया था। इस पर सिविल सर्जन डॉ. दलेर मुल्तानी ने कड़ा एक्शन लेते हुए एसएमओ के जरिए नगर थाना पुलिस को शिकायत दी थी। नगर थाना पुलिस ने दो लोगों को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया है। एक आरोपित फरार हो गया। पकड़े गए आरोपित सिविल अस्पताल स्टाफ में शामिल नहीं हैं। इनसे नकली मोहरें भी बरामद हुई हैं। सिविल अस्पताल फाजिल्का के एसएमओ डॉ. सुधीर पाठक ने बताया कि कुछ दिन पहले एक दस्तावेज पर जाली हस्ताक्षर व जाली मोहरें लगे होने का मामला उनके ध्यान में आया। इस बारे में उन्होंने सिविल सर्जन डॉ. दलेर मुल्तानी और अस्पताल के डॉक्टरों के समक्ष रखा। इसके बाद शिकायत नगर थाना पुलिस को दी गई। सिटी थाना प्रभारी नवदीप सिंह भट्टी ने बताया कि उक्त मामले की जांच के दौरान पाया गया कि गांव सैनिया का जगमीत सिंह, गांव बनवाला हनवंता का अजय सिंह मेडिकल अधिकारियों की जाली मोहरें लगाकर और जाली हस्ताक्षर करके नकली डोप टेस्ट के सर्टिफिकेट तैयार करते हैं। इसमें एक अन्य व्यक्ति भी शामिल है। पुलिस ने पहले उक्त तीनों पर मामला दर्ज किया व बाद में जगमीत सिंह व अजय सिंह को काबू कर लिया। दोनों आरोपितों से पुलिस को जाली मोहरें भी बरामद हुई हैं। एसएचओ ने बताया कि आरोपितों को अदालत में पेश करके रिमांड की मांग की जाएगी, ताकि उनसे पूछताछ की जाएगी कि अब तक उन्होंने कहां-कहां नकली मोहरों को इस्तेमाल किया है।
इस तरह मामला आया ध्यान में
डोप टेस्ट होने से पहले रजिस्ट्रेशन होती है, लेकिन नौ अक्टूबर को एक व्यक्ति डोप टेस्ट होने के बाद रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए आया। डॉक्टरों को शक हुआ तो उन्होंने इसकी जानकारी सिविल सर्जन को दी। जांच में पाया गया कि उक्त व्यक्ति के पास मौजूद दस्तावेज में हस्ताक्षर नकली हैं।