कैंसर अस्पताल की राह हुई आसान, 12 करोड़ रुपये जारी
कैंसर के मरीजों की कैंसर अस्पताल का निर्माण कार्य पूरा होने की उम्मीद बजट ने एक बार फिर जगह दी है।
मोहित गिल्होत्रा, फाजिल्का : कैंसर पीड़ित मरीजों की फाजिल्का में कैंसर अस्पताल का निर्माण कार्य पूरा होने की उम्मीद बजट ने एक बार फिर जगह दी है। पिछले साल 2019 में पेश किए गए बजट में फाजिल्का कैंसर अस्पताल के लिए भी 20 करोड़ रुपए पास किए गए थे। जबकि इस बार भी कैंसर अस्पताल के लिए 12 करोड़ पास किए गए हैं। इसके अलावा मरीजों को ओर राहत प्रदान करने के लिए फाजिल्का के सरकारी अस्पताल में आईसीयू सेंटर बनाने के लिए भी प्रस्ताव पारित किया गया है।
साल 2019 में फाजिल्का के लिए दो घोषणाएं की गई। जिसमें कैंसर अस्पताल के लिए भी 20 करोड़ व नई आइटीआइ खोलने का प्रोजेक्ट शामिल था। इसमें से केवल कैंसर अस्पताल पर पास किय बजट लग पाया जबकि फाजिल्का में आइटीआइ का निर्माण नहीं किया गया। साल 2020 के बजट की बात करें तो फाजिल्का में वेटरनरी कॉलेज व रीजनल रिसर्च सेंटर बनाने संबंधी बजट पास किया गया है। इसके अलावा जिला फाजिल्का में आईसीयू सेंटर बनाने के लिए 15 करोड़ का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा जिले में एक वृद्ध आश्रम बनाने का प्रावधान भी किया गया है। कैंसर अस्पताल का निर्माण अभी नहीं आसान
कैंसर से पीड़ित मरीजों को इलाज के लिए दूर दराज जाना पड़ रहा है। साल 2016 में पूर्व सेहत मंत्री ने यहां कैंसर अस्पताल बनाने के लिए कार्य शुरू किया। कभी बजट में कमी तो कभी सत्ता परिवर्तन निर्माण कार्य में परेशानी बना रहा। मौजूदा समय की बात करें तो भले ही बजट मिलने से अस्पताल के निर्माण की उम्मीद जाग गई है। लेकिन यहां की एक संस्था द्वारा लीज संबंधी एक कोर्ट में केस लगाया गया है जिस कारण कैंसर अस्पताल का निर्माण रुका हुआ है। उक्त केस का हल होगा उसके बाद ही निर्माण कार्य शुरू होगा।
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आईसीयू सेंटर से रोगियों को मिलेगी राहत
फाजिल्का के सरकारी अस्पताल में मौजूदा समय में आईसीयू की सुविधा नहीं है। जिस कारण हादसे के समय चोट लगने या गंभीर रूप से जख्मी होने पर ही मरीज को फरीदकोट रेफर कर दिया जाता था। वहीं हार्ट अटैक से पीड़ित मरीजों को भी बाहर भेज दिया जाता था। लेकिन अब यहां आईसीयू बनने से मरीजों को राहत मिलेगी और रात के समय होने वाली परेशानी से भी छुटकारा मिलेगा।
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फाजिल्का-अबोहर ट्रैक को अभी भी रेलगाड़ियों का इंतजार
फाजिल्का और अबोहर रेल ट्रैक बने कई साल हो गए हैं, जोकि अरबों रुपये खर्च करके बनाया गया। लेकिन अभी तक इस पर केवल 3 ट्रेन ही दौड़ रही हैं। लोगों को आस थी कि बजट में नई रेलगाड़ियां चलाई जाने का ऐलान किया जाएगा लेकिन बजट में ऐसा कुछ नहीं रखा गया। अगर इस ट्रैक पर गाड़ियां बढ़ाई जाए तो लोगों को लंबी दूरी आसानी से तय करने में लाभ मिलेगा।
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किसानों की एक मांग स्वामीनार्थन रिपोर्ट
भारतीय किसान यूनियन सिद्धूपुर के जिलाध्यक्ष प्रगट सिंह ने कहा कि किसानों को बजट में कुछ खास नहीं मिला। उनकी एक ही मुख्य मांग है स्वामीनार्थन रिपोर्ट। अगर यह रिपोर्ट लागू हो गई तो किसानों की सभी मांगे अपने आप ही पूरी हो जाएगी।