सात साल से पौधारोपण कर पर्यावरण बचा रही 10 सदस्यीय टीम
फैक्ट्रियों शैलरों व वाहनों से निकलने वाला धुआं पर्यावरण को लगातार प्रदूषित कर रहा है।
मोहित गिल्होत्रा, फाजिल्का : फैक्ट्रियों, शैलरों व वाहनों से निकलने वाला धुआं पर्यावरण को लगातार प्रदूषित कर रहा है। पेड़ों की लगातार कम होती जा रही संख्या भी कहीं न कहीं पर्यावरण के प्रदूषित होने का कारण बन रही है। फाजिल्का ग्रेजुएशन वेलफेयर सोसायटी सात साल से पौधरोपण कर पर्यावरण बचाने का संदेश दे रही है। संस्था ने 2019 में 2800 के करीब पौधे लगाए हैं, जबकि 2014 से अब तक 3900 पौधे संस्था बचा चुकी है। सोसायटी के महासचिव नवदीप असीजा ने बताया कि सात साल पहले वन महोत्सव की शुरुआत नई आबादी में पौधे लगाकर की गई थी। उन्होंने बताया कि हर साल उनकी संस्था का टारगेट 5000 हजार तक पौधे लगाना होता है। इसके तहत अब तक 20 हजार के करीब पौधे लगाए गए। इसमें से ज्यादातर पेड़ बन चुके हैं। उन्होंने बताया कि साल 2019 में मोहल्लों की गलियों में पौधे लगाने की बजाए सड़कों के किनारे पौधे लगाए गए, ताकि शहर को हरा भरा बनाया जा सके। उन्होंने बताया कि वैसे तो संस्था के 10 सक्रिय सदस्य हैं। लेकिन अभियान में फाजिल्का की समाजसेवी संस्थाओं के अलावा शहरवासी भी सहयोग करते हैं और उनसे खुद ही पौधे लेकर जाते हैं। उन्होंने बताया कि इस अभियान को सफल बनाने में वन विभाग द्वारा भी सहयोग किया जाता है। उन्होंने कहा कि आज के समय की जरूरत अधिक से अधिक पेड़ पौधे हैं। इसी के तहत एसोसिएशन द्वारा हर साल पौधारोपण मुहिम चलाई जाती है।
2017 में चलाई गई थी नई मुहिम
संस्था ने पौधारोपण अभियान के तहत 2017 में नई मुहिम की शुरू की थी। इसमें अगर शहर का कोई भी सदस्य एसोसिएशन के सदस्यों को फोन कर पौधे लगाने की इच्छा जाहिर करता तो उक्त व्यक्ति को न केवल पौधे मुहैया करवाए गए। बल्कि उक्त जगह पर माली खुद खाद लेकर पौधा लगाने के लिए पहुंचा। इस मुहिम के तहत शहर की विभिन्न जगहों पर पौधे लगाए गए।