Move to Jagran APP

सीवरेज व वाटर सप्लाई विभाग ने वसूलना है शहरवासियों से 6.74 करोड़ बकाया

सीवरेज बोर्ड की तरफ लोगों का पानी और सीवरेज के बिलों का करोड़ों रुपये बकाया पड़ा है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Feb 2020 10:36 PM (IST)Updated: Thu, 20 Feb 2020 10:36 PM (IST)
सीवरेज व वाटर सप्लाई विभाग ने वसूलना है शहरवासियों से 6.74 करोड़ बकाया
सीवरेज व वाटर सप्लाई विभाग ने वसूलना है शहरवासियों से 6.74 करोड़ बकाया

जागरण संवाददाता, अबोहर : सीवरेज बोर्ड की तरफ लोगों का पानी और सीवरेज के बिलों का करोड़ों रुपये बकाया पड़ा है। पंजाब सरकार के निकाय विभाग ने शहर के इन खपतकारों को शीघ्र सीवरेज बोर्ड में अपने पानी और सीवरेज के बिल जमा करवाने का नोटिफिकेशन जारी किया है, जिसमें सरकार ने खपतकारों को बिना जुर्माने के बिल अदा करने की विशेष छूट दी है। शहर में पानी के लगभग 20,312 और सीवरेज के 17160 कनेक्शन हैं। इन कुल 37472 कनेक्शन में से 19000 घरों के पानी और सीवरेज के बिल माफ हैं। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 31 मार्च 2019 तक शहर के पानी और सीवरेज खपतकारों पर 76 लाख जुर्माने सहित करीब 6.74 करोड़ बकाया है। हालांकि शहर के 1125 स्क्वेयर फीट वाले हजारों खपतकारों के पानी व सीवरेज के बिल माफ हैं, इसके बावजूद भी सीवरेज बोर्ड ने शहरवासियों से करोड़ों रुपया लेना है।

loksabha election banner

विभाग के एक्सइएन जुगल किशोर ने शहर के इन सभी खपतकारों से अपील की है कि वे अपने पानी व सीवरेज के पुराने बिल सरकार के नोटिफिकेशन का फायदा उठाते हुए बिना जुर्माने सहित अदा कर सरकार की इस योजना का लाभ उठाएं। उन्होंने बताया कि पानी और सीवरेज के यह पेंडिग बिल वॉटर एंड सीवरेज बोर्ड के कार्यालय में अदा किए जा सकते हैं और जिन लोगों के घरों में अभी तक अवैध कनेक्शन चल रहे हैं वह अपने कनेक्शनों को जल्दी ही फीस अदा कर कनेक्शनों को पक्का करवा सकते हैं। अन्यथा उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अब नगर निगम बन जाने के बाद विभाग पूरी तरह से सख्त हो गया है और अवैध कनेक्शनों को रेगुलर ना करवाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.