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सफाई कर्मियों की हड़ताल से गंदगी से भरा बरसाती नाला

भले ही कुछ दिनों में मानसून पहुंचने वाला है। लेकिन मानसून से पहले बरसाती नालों का हाल बेहाल है। नगर कौंसिल ने दो से तीन माह पहले बरसाती नालों की सफाई करवाई थी जबकि पिछले डेढ़ माह से सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के कारण लोग इन गंदे नालों में गंदगी फेंक रहे हैं जिस कारण बरसाती नाले बिना किसी बारिश के ही गंदगी से भरे पड़े हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 Jun 2021 10:45 PM (IST)Updated: Tue, 22 Jun 2021 10:45 PM (IST)
सफाई कर्मियों की हड़ताल से गंदगी से भरा बरसाती नाला

मोहित गिल्होत्रा, फाजिल्का : भले ही कुछ दिनों में मानसून पहुंचने वाला है। लेकिन मानसून से पहले बरसाती नालों का हाल बेहाल है। नगर कौंसिल ने दो से तीन माह पहले बरसाती नालों की सफाई करवाई थी, जबकि पिछले डेढ़ माह से सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के कारण लोग इन गंदे नालों में गंदगी फेंक रहे हैं, जिस कारण बरसाती नाले बिना किसी बारिश के ही गंदगी से भरे पड़े हैं।

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बरसाती नाला आधे शहर से जुड़ा हुआ है, जोकि आगे जाकर एक मैन सीवरेज नाले के साथ मिलता है। उक्त नाले का मुख्य कार्य ही बरसाती पानी की निकासी तेजी से करना है। लेकिन फिलहाल उक्त नाला गंदगी से अटा पड़ा है। वहीं प्री मानसून की बारिश के बाद अब मानसून तैयारी में हैं। बावजूद इसके नगर कौंसिल ने अभी तक बरसाती पानी से निपटने को कोई तैयारियां नहीं की। हालांकि कुछ समय पहले सफाई करवाई गई। लेकिन अब फिर से शहर के बड़े नालों की सफाई नहीं होने से गंदगी से अटे ये नाले बारिश में शहरवासियों के लिए मुसीबत बन सकते हैं। पिछले साल भी नालों की सफाई नहीं होने से बारिश का पानी ओवरफ्लो होकर कालोनियों में घुसा था और लोगों की परेशानियां बढ़ गई थी। 20 जून की रात को तेज हवाओं के साथ हलकी बूंदाबांदी हुई। वहीं मौसम विभाग द्वारा जल्द ही मानसून की बारिश आने की संभावना जताई गई है। ऐसे में अगर बरसात तेज हुई तो सड़कों पर से पानी की निकासी को दिक्कतें आएंगी।

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सफाई कर्मियों की हड़ताल से बड़ी परेशानी

कुछ माह पहले जिला प्रशासन की बैठक में नगर कौंसिल को मानसून से निपटने के लिए तैयारियों में जुटने के आदेश जारी किए गए थे, जिस पर शहर भर के नालों की सफाई का कार्य किया गया। लेकिन पिछले डेढ माह से सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के चलते लोग गलियों की नुक्कड़ के अलावा नालों में भी गंदगी फेंक रहे हैं, जब तक सफाई कर्मचारी हड़ताल से वापस नहीं लौटते तब तक नालों की सफाई होना संभव नहीं है।

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कोट्स

नगर कौंसिल की ओर से पहले बरसाती नालों की सफाई करवाई की थी। लेकिन अब हड़ताल के चलते गंदगी भर गई है। जैसे ही हड़ताल खत्म होगी तो नालों की सफाई को लेकर प्रयास किए जाएंगे। लोगों से यही अपील है कि वह नालों में कूड़ा फेंकने की बजाए कूड़ा डंपों में कूड़ा फेंके।

-सेनेटरी इंस्पेक्टर, नरेश खेड़ा


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