एक माह के अंदर रेल फाटक पर होगा अंडरब्रिज का काम शुरू
अमनदीप ¨सह, फाजिल्का फाजिल्का के रेल फाटक पर प्रस्तावित अंडरब्रिज का कार्य एक माह
अमनदीप ¨सह, फाजिल्का
फाजिल्का के रेल फाटक पर प्रस्तावित अंडरब्रिज का कार्य एक माह के भीतर शुरू हो सकता है। रेलवे के उच्चाधिकारियों की ओर से बीते दिनों जहां सभी रेल अधिकारियों के साथ बैठक की गई थी, वहीं एक ट्रे¨नग प्रोग्राम के दौरान फाजिल्का के स्टेशन सुपरिटेंडेंट से रेलवे अंडरब्रिज के बारे में जानकारी भी हासिल की गई थी, जिसके फलस्वरूप फाजिल्का रेलवे स्टेशन से महज 100 मीटर दूरी पर बने रेल फाटक के नजदीक बिजली के केबल तार जमीन में से निकालने के लिए खुदाई का काम शुरू हो गया।
रेल फाटक के नजदीक तीन जगह-जगह पर 10-10 फीट के गहरे गड्ढे खोदे गए हैं जहां से फाटक के दोनों आबादी वाले हिस्सों में बिजली सप्लाई बहाल रखने के लिए जमीन के नीचे से केबल निकाले जाएंगे। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि भविष्य में ट्रेनों और रेल पटरियों पर किसी प्रकार से बिजली के तार टूटकर नीचे गिरने की आशंका न रहे और कोई हादसा न हो सके। फंड और अन्य कई कारणों की वजह से रेलवे अंडरब्रिज का काम बरसों से लटका आ रहा है, जिसे अब 2018 में अमल में ला दिया जाएगा। फाटक के दोनों तरफ लाखों की आबादी वाले लोगों को अंडरब्रिज बनने से खासी राहत मिलेगी। उन्हें 15 से 20 मिनट तक फाटक खुलने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। मौजूदा समय में 14 से 16 ट्रेनों की आवाजाही है इसके अलावा ईंजन बदलने के दौरान भी फाटक को कई दफा बंद करना पड़ता है।
रेलवे अंडरब्रिज संघर्ष कमेटी भी अंडरब्रिज की मांग को लेकर लंबे समय से संघर्ष कर रही है। नतीजतन सभी शहरवासियों की कोशिश को रेल मंत्रालय ने अहमियत देते हुए रेलवे अंडरब्रिज से जुड़े केबल तार जमीन के नीचे से निकालने के कार्य को अनुमति दे दी, जिसके चलते बिजली विभाग की ओर से केबल तार नीचे से निकालने के लिए खुदाई का काम शुरू कर दिया गया है। इस प्रोजेक्ट को अभी कितना समय लगेगा, फिलहाल इस बारे में अभी कुछ सप्ष्ट नहीं बताया जा सकता है।
सुरक्षा लिहाज से होगा अंडरब्रिज का निर्माण : एसएस सेतिया
फाजिल्का के रेलवे स्टेशन के सुपरिटेंडेंट अशोक कुमार सेतिया के मुताबिक रेलवे अंडरब्रिज का कार्य जल्द शुरू हो जाएगा। फिलहाल इस सारे प्रोजेक्ट के लिए सुरक्षा इंतजाम को सबसे पहले देखा जाएगा, जिसके तहत फाटक के दोनों पार की बिजली सप्लाई को अंडरग्राउंड किया जाएगा, ताकि भविष्य में बरसात, आंधी, तूफान आदि के समय बिजली तार टूटने या अन्य घटना के चलते रेल यातायात बाधित न हो सके।