दूसरे दिन भी कौंसिल दफ्तर के बाहर शव रख दिया धरना
नगर कौंसिल में अस्थायी तौर पर तैनात सफाई सेवक की मौत के बाद अभी तक वाल्मीकि समाज की ओर से जहां उसके शव का अंतिम संस्कार नहीं किया गया है। वहीं वाल्मीकि समाज की ओर से पक्की नौकरी की बहाली की मांग पूरी होने तक नौजवान की मृतक देह का अंतिम संस्कार न करने का फैसला किया है।
संवाद सूत्र, जलालाबाद :
नगर कौंसिल में अस्थायी तौर पर तैनात सफाई सेवक की मौत के बाद अभी तक वाल्मीकि समाज की ओर से जहां उसके शव का अंतिम संस्कार नहीं किया गया है। वहीं वाल्मीकि समाज की ओर से पक्की नौकरी की बहाली की मांग पूरी होने तक नौजवान की मृतक देह का अंतिम संस्कार न करने का फैसला किया है।
उधर, दूसरी तरफ सफाई सेवकों द्वारा शहर में सफाई प्रबंधों का काम ठप्प करके दूसरे दिन भी हड़ताल की गई। लेकिन देर शाम एडीसी व एसपी के आश्वासन के बाद धरना समाप्त कर दिया गया। इस दौरान वाल्मीकि समाज के प्रांतीय प्रधान अशोक कुमार ने बताया कि नगर कौंसिल में वीरू निवासी राठोड़ावाला मोहल्ला अस्थायी तौर पर बतौर सफाई सेवक का काम करता था और 12 नवंबर किसी जहरीले जीव के काटने के कारण उसका इलाज किसी निजी अस्पताल में चल रहा था। लेकिन 30 नवंबर को उसकी मौत हो गई। इस संबंधी वाल्मीकि समाज की ओर से नौजवान के शव को नगर कौंसिल के गेट समक्ष रखकर रोष धरना दिया गया। उन्होंने कहा कि मृतक नौजवान की पत्नी को पक्की नौकरी की बहाली तक अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। उधर बाद दोपहर एडीसी नवल किशोर व एसपी इकबाल सिंह धरनाकारियों को समझाने के लिए पहुंचे और उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी फाइल डायरेक्टर के पास पहुंचा दी गई है और इस भरोसे के बाद समाज के लोगों ने धरना समाप्त करते हुए शव को मृतक के घर ले गए। उधर हलका विधायक रमिंदर आवला वाल्मीकि समाज के प्रांतीय प्रधान को साथ लेकर लोकल बाडी कार्यालय चंडीगढ़ पहुंचे, ताकि पीड़ित परिवार को मुआवजा के नौकरी मिल सके।