दिव्यांगों का सहारा बनी नर सेवा नारायण सेवा समिति
नर सेवा नारायण सेवा समिति की ओर से जो दिव्यांग चलने-फिरने में असमर्थ हैं उन्हें ट्राइसाइकिल उपलब्ध करवाई जा रही है। समिति के मुख्य सेवादार राजू चराया ने बताया कि मंगलवार को सरकारी अस्पताल में समिति कार्यालय के बाहर चार जरूरतमंदों को यह ट्राइसाइकिलें भेंट की गई।
संवाद सहयोगी, अबोहर : नर सेवा नारायण सेवा समिति की ओर से जो दिव्यांग चलने-फिरने में असमर्थ हैं, उन्हें ट्राइसाइकिल उपलब्ध करवाई जा रही है। समिति के मुख्य सेवादार राजू चराया ने बताया कि मंगलवार को सरकारी अस्पताल में समिति कार्यालय के बाहर चार जरूरतमंदों को यह ट्राइसाइकिलें भेंट की गई। उन्होंने बताया कि यह ट्राइसाईकिलें रामेश मिढ़ा, सतपाल फुटेला, संयम नारंग व राजकुमारी ने अपने पति गुरबख्श राये की स्मृति में भेट की थी, जोकि इंचार्ज प्रेम नरूला व सोनू शर्मा की ओर से जांच पड़ताल के बाद एक गद्दाडोब, एक वरियाम खेड़ा, एक मलूकपुरा व एक अजीमगढ़ के जरूरतमंद को दी गई।
इस मौके पर एडवोकेट अशोक बाजाज, बाबा मक्खन लाल, खरैती लाल, प्रेम नरूला, सोनू शर्मा, बिटटू नरुला, जगदेव बराड़, रिव,सुमित फुटेला के अलावा डा. सत्तानंद फुटेला, सतपाल फुटेला, रमेश मिढ़ा, राजकुमारी गल्होत्रा, संजीव गल्होत्रा, वर्षा गिल्होत्रा इत्यादि मौजूद थे। संस्था की तरफ से ट्राइसाइकिल के साथ गर्म कंबल, जुराबें भी दी गई।
राजू चराया ने बताया कि समिति लोगों के सहयोग से करीब 247 ट्राइसाइकिलें उपलब्ध करवा चुकी है। यह ट्राइसाइकिलें केवल उन्हीं दिव्यांगों को दी जाती है जिनके पास पहले से इसकी सुविधा नहीं है और वे ट्राइसाइकिल लेने में पूरी तरह से असमर्थ हैं। संस्था के पास अभी भी 8 ऐसे दिव्यांगों के नाम पेंडिग है जिनको भविष्य में ट्राइसाइकिल या व्हीलचेयर दी जानी है। उन्होंने कहा कि एक ट्राइसाइकिल की कीमत करीब 7500 रुपये है अगर कोई दानी सज्जन सहयेाग देना चाहता हो या किसी को ट्राइसाइकिल या व्हीलचेयर की जरूरत है तो वह संस्था से संपर्क कर सकता है। राजू चराया ने बताया कि संस्था द्वारा लोगों की सहायतार्थ कई सेवा प्रोजेक्ट भी चलाए जा रहे है जिसमें शव वाहन सेवा, लावारिस लोगों का अंतिम संस्कार करना व उनकी अस्थितयां प्रवाहित करना व राशन वितरण करना शामिल है