शुद्ध पानी को तरसे झोटियांवाली के ग्रामीण, जमीन का पानी है खारा
गांव झोटियांवाली के लोग पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं।
संवाद सूत्र, फाजिल्का : गांव झोटियांवाली के लोग पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं। गांव की आबादी लगभग 4500 के करीब है। इसके बावजूद यहां के निवासियों को साफ पानी पीने के लिए नसीब नहीं हो रहा।
गांव के रहने वाले लेखराज, मनीष कुमार, सतनाम चंद ने बताया कि उनके गांव का भूजल खारा है। यह पानी न तो पीने के योग्य है और न ही कपड़े धोने के काम आता है। गांववासियों ने बताया कि उनके गांव में बने वाटर वर्क्स की हालत दयनीय है और इसमें नहरी पानी के लिए बनी डिग्गियां टूट चुकी हैं। इससे वे पानी जमा करने के समर्थ नहीं हैं। उन्होंने बताया कि गांव का पानी खारा होने के कारण उनको गांव से 7-8 किलोमीटर की दूरी तय करके साथ गुजरती नहर से गांव के पंचायती टैंकर से पानी लेकर आना पड़ता है। सरकार द्वारा मदद न मिलने के कारण गांववासियों को अपने घरों में पानी स्टोर करने के लिए अपने पैसे खर्च करके सीमेंट के टैंक बनाए हुए हैं। गांववासियों ने मांग की कि गांव के वाटर वर्क्स को 24 घंटे नहरी सप्लाई के साथ जोड़ा जाए और गांव के वाटर वर्कर को नया बनाकर नहरी सप्लाई नई डाली जाए। जिससे गांव वासियों को शुद्ध पानी नसीब हो सके। गांव के सरपंच कंवलजीत सिंह ने बताया कि वह इस संबंधी विधायक रविंद्र आंवला के साथ भी बात कर चुके हैं, लेकिन अभी तक समस्या का हल नही हुआ। वाटर सप्लाई के एसडीओ राकेश सेठी ने कहा कि गांव के वाटर वर्क्स में बने टैंकों की जल्द ही मरम्मत करवाई जाएगी।