गमगीन माहौल में हुआ मृतकों का अंतिम संस्कार, कई घरों में नहीं जले चूल्हे
जिले के गाव जोडकी अंधेवाली के निकट हुए हादसे में एक ही परिवार के छह लोगों की मौत हो गई।
मोहित गिल्होत्रा, फाजिल्का: जिले के गाव जोडकी अंधेवाली के निकट हुए हादसे में एक ही परिवार के छह
लोगों की हुई मौत के बाद वीरवार देर सायं ढाणी अमरपुरा के श्मशानघाट में मृतकों का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान पूरी ढाणी में मातम छाया रहा और वीरवार को कई घरों के चूल्हे तक नहीं जले। मृतकों के अंतिम संस्कार
मौके विलाप कर रही महिलाओं को संभालना मुश्किल हो रहा था। श्मशानघाट में कोई ऐसा व्यक्ति नहीं था, जिसकी आखों में आसू न हों। इस हादसे में
बचे बलविंद्र सिंह ने रोते हुए कहा कि वीरवार को घर से निकलते समय सोचा
भी नहीं था कि यूं उसका पूरा परिवार उनसे छीन जाएगा। शाम करीब छह बजे सभी मृतकों का पोस्टमार्टम हुआ। इसके बाद परिजन शवों को लेकर घर पहुंचे, जहा
से उन्हें शिवभूमि ले जाया गया। इस दौरान मृतकों की अंतिम यात्रा में ढाणी अमरपुरा के अलावा आसपास के गाव के निवासी एवं सरपंच, पंच भी पहुंचे। शिवभूमि में इतनी भीड़ थी कि गुजरना भी मुश्किल हो रहा था। जैसे ही मृतकों को शिवभूमि में लाया गया, तो वहा एक दिन से माहौल गमगीन हो गया। चारों ओर चीख पुकार ही सुनाई दी। इसके बाद पारिवारिक महिलाओं ने जीद की कि वह बच्चों को अंतिम बार देखना चाहते हैं, इसके बाद माहौल और गमगीन
हो गई। काफी मुश्किल से महिलाओं को वहा से दूर किया गया, जिसके बाद
मृतकों का अंतिम संस्कार किया गया।
परिवार में बचे पिता
बलविंद्र सिंह ने बताया कि उक्त हादसे में उसकी मा, भाई की पत्नी, उनके चार बच्चों की मौत हो गई, जबकि भाई का अभी तक पता नहीं चला है। उन्होंने बताया कि परिवार में अब केवल वह, उसका
पुत्र व पिता रह गए हैं।