इस बार टूटी नहीं, नई सड़कें करेंगी किसानों का स्वागत
अनाज मंडी में हर बार किसानों को टूटी सड़कों के चलते परेशान होना पड़ता था वहीं कई जगहों पर टूटे शेडों के चलते भी उनकी फसल काफी खराब हो जाती थी। लेकिन इस बार टूटी नहीं बल्कि नई सड़कें किसानों का स्वागत करेंगी। इसको लेकर मंडी में कार्य जोरों से चल रहा है।
मोहित गिल्होत्रा, फाजिल्का : अनाज मंडी में हर बार किसानों को टूटी सड़कों के चलते परेशान होना पड़ता था, वहीं कई जगहों पर टूटे शेडों के चलते भी उनकी फसल काफी खराब हो जाती थी। लेकिन इस बार टूटी नहीं बल्कि नई सड़कें किसानों का स्वागत करेंगी। इसको लेकर मंडी में कार्य जोरों से चल रहा है। अक्टूबर माह से नरमे की सरकारी खरीद शुरू हो जाएगी, जबकि इसी माह में ही धान के सीजन की शुरुआत भी हो जाएगी। जिसके चलते मंडी में तेजी के साथ सड़कों का निर्माण किया जा रहा है। इन कार्यो पर लगभग चार से पांच करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं।
फाजिल्का की अनाज मंडी के तीनों मुख्य प्रवेशद्वार की सड़कें पूरी तरह से टूटी हुई थी, जिस कारण हर साल कोई ना कोई वाहन गड्ढों में फंसकर क्षतिग्रस्त हो जाता था। वहीं बारिश के समय तो मंडी की सड़क किसानों के लिए परेशानी बन जाती थी। क्योंकि सीवरेज के पानी की सप्लाई ना होने के कारण व मंडी में लगे कुछ शेड टूटे होने के कारण उनकी फसल बारिश में भीग जाती थी, जिस कारण उन्हें कई दिनों तक मंडी में ही बैठने के लिए मजबूर होना पड़ता था। हालांकि साल 2019 में ही इस संबंधी टेंडर लगा दिए गए थे और कार्य शुरू भी कर दिया गया, लेकिन सीजन शुरू होने के चलते कार्य तेजी से नहीं हो सका। लेकिन इस साल पूरी उम्मीद है कि अक्टूबर माह तक कार्य पूरे हो जाएंगे।
सीवरेज व्यवस्था की जाएगी दुरुस्त
कुछ समय पहले भी विधायक दविह सिंह घुबाया ने मंडी का निरीक्षण किया था। तब उन्होंने कहा था कि अब किसानों को अपनी फसल अनाज मंडी में लाने व उनके ठहरने संबंधी कोई मुश्किल पेश नहीं आएगी। उन्होंने बताया कि मुख्य अनाज मंडी की पुरानी सीवरेज व्यवस्था भी सही हो जाएगी। सीजन तक पूरा हो जाएगा सड़कों का कार्य
मंडी बोर्ड के एसडीओ टहल सिंह ने कहा कि सड़कों का कार्य तेज से करवाया जा रहा है, ताकि सीजन से पहले कार्य मुकम्मल हो सके। इन कार्यो के लिए चार करोड़ रुपये लगाए गए हैं, जबकि अभी ओर खर्च आएगा, जिसके लिए मंडी बोर्ड को लिखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि शेडों को ठीक करवाने का कार्य भी जोरों पर है। इसके अलावा मंडी में बारिश की पानी की निकासी के लिए सीवरेज डलवा दिया है, जबकि उसका क्नैक्शन जोड़ना बाकी है, जिस संबंधी आगे का कार्य सीवरेज बोर्ड का है।