45 दिन में 350 लोगों को करवाया भोजन
कोरोना वायरस को लेकर किए गए लॉकडाउन से सबसे ज्यादा परेशानी मजदूर व गरीब वर्ग को उठानी पड़ रही है।
मोहित गिल्होत्रा, फाजिल्का : कोरोना वायरस को लेकर किए गए लॉकडाउन से सबसे ज्यादा परेशानी मजदूर व गरीब वर्ग को उठानी पड़ रही है। क्योंकि वह ऐसे लोग हैं, जो रोजाना कमाकर अपने परिवार का पेट पालते हैं, लेकिन लॉकडाउन के चलते सभी कार्य बंद थे, ऐसे में जहां शहर की विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संस्थाएं इन लोगों की मदद के लिए आगे आई। वहीं शहर के कुछ समाजसेवी ऐसे भी थे, जिन्होंने बिना नाम दिए एक जगह पर दान देकर रोजाना 350 परिवारों का पेट सुबह व शाम पेट भरा। शहर के सबसे स्लम एरिया हड्डा रोडी यानि शक्ति नगर में एक जगह पर सांझा चूल्हा बनाया गया था, जहां से 45 दिनों तक 350 परिवारों को भोजन दिया गया।
उक्त चूल्हे संबंधी जानकारी देते शंटी कुमार ने बताया कि 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के बाद पंजाब में कर्फ्यू लगा दिया गया, जिसके चलते उसने 23 मार्च को अपने पैसों से अनाज व सब्जी खरीदी और कई परिवारों को खाना खिलाया। जिसके बाद उसने अपने दोस्तों से बात को सांझा किया। इसके बाद मोहल्ले के रहने वाले राज सेतिया, राधे, बोबी, राजन, काली, राहुल व समाजसेवी साजन कुमार के सहयोग से शहर के बड़े समाजसेवियों से बात की गई। जिन्होंने लोगों को खाना प्रदान करने के लिए सामग्री देने का आश्वासन दिया। तब से शुरू हुआ सांझा चूल्हा लगभग 45 दिनों तक 350 लोगों का पेट भरता रहा। उक्त खाने को बनाने के लिए मोहल्ले की महिलाओं ने विशेष सहयोग देकर सेवा निभाई। इस कार्य में सबसे ज्यादा सहयोग समाजसेवियों का है, जो बिना किसी फोटो व पहचान के लगातार उनका सहयोग कर रहे हैं, जिससे स्लम ऐरिया के लोगों को दो समय का खाना मिल पा रहा है।