सतलुज का जलस्तर हुआ कम, मुसीबतें बरकरार
फाजिल्का : जलालाबाद के पांच गांवों में सतजुल दरिया के पानी के कहर ढहाने के बाद शनिवार शाम तक पानी का स्तर कम होने लगा। लेकिन मुसीबतें अभी कम नहीं हुई थी। फिलहाल गांवों के लोग मुस्तैद हो गए है और खतरें को महसूस करते हुए तामजाम समेटने में लगे हैं।
रवि वाट्स/अमनदीप सिंह, जलालाबाद (फाजिल्का) : जलालाबाद के पाच गावों में सतलुज दरिया के पानी के काफी नुकसान किया है। हालाकि शनिवार शाम तक पानी का स्तर कम हो गया था, लेकिन मुसीबतें अभी कम नहीं हुई। गावों के लोग मुस्तैद हो गए हैं और खतरे को महसूस करते हुए तामझाम समेटने में लगे हैं। शनिवार को प्रभावित गाव प्रभात सिंह वाला के लोग मुश्किल घड़ी में मवेशियों के खाने के लिए चारा कम पड़ जाए, इसलिए जान जोखिम में डालकर पानी भरे खेतों में से चारा इकट्ठा कर रहे हैं। बच्चे भी जान जोखिम में डाल स्कूल पहुंच रहे हैं। गाववालों का मानना है कि इंसान तो अपनी जुबा से बोलकर खाना माग लेगा, लेकिन मुश्किल वक्त में मवेशी कहा से खाएंगे। अगर हालात ज्यादा बद्तर हुए तो कम से कम मवेशियों के खाने के लिए चारा तो रहेगा।
गावों का संपर्क टूटने के बाद किश्ती के सहारे लोगों को आर-पार करवाया जा रहा है। किसी प्रकार से मुसीबत से निपटने के लिए चार पुलिस वाले भी तैनात किए गए हैं, जोकि हालात पर नजर रखते हुए आलाधिकारियों को जानकारी मुहैया करवा रहे हैं। मौके पर एसडीएम केशल गोयल, नायब तहसीलदार विक्रम गुंबर ने भी एक दफा पहुंचकर हालात का जायजा लिया और लोगों की परेशानिया जानीं।
शुक्रवार को सतलुत में पानी ओवरफ्लो होने के बाद जलालाबाद के पाच गावों ढाणी नत्था सिंह, ढंडी कदीम, आतो वाला, पीरे के, संतोर्ख ंसह वाला और प्रभात सिंह वाला हिथाड़ में पहुंच गया था। इसकी वजह से गावों की फसलें बर्बाद हो गईं हैं। ढाणी नत्था सिंह और ठंडी कदीम गाव में ज्यादा पानी आने से गाव वालों के लिए प्रशासन ने पाच नावों का प्रबंध कर दिया गया था। लोग अभी खतरा टला नहीं होने की बात कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन का कहना है कि हालात सामान्य हो सकते हैं। एकाध जगह में मोटरसाइकिल फंस जाने के कारण गाववासियों की ओर से किश्ती में मोटरसाइकिल को रखकर सुरक्षित स्थान पर लाया गया है। दैनिक जागरण की टीम ने प्रभावित क्षेत्रों का मुआयना किया तो वहा पर हालात अभी सुधरे नहीं हैं। ढाणी नत्था सिंह की मसाद के पास लोगों ने अपने वाहन खड़े कर रखे थे, जहा से वाहनों को दूसरे गाव किश्ती के माध्यम से ले जाया जा रहा था। इसे अलावा स्कूलों के बच्चों और एक सिलेंडर सहित महिला को भी किश्ती के माध्यम से उनके संबंधित गावों में पहुंचाया गया। इस दौरान किश्ती में जाने पर भी जोखिम बना रहा। एसडीएम केशव गोयल ने लोगों को भरोसा दिलाया कि किसी भी प्रकार र्की ंचता न करें, प्रशासन उनके साथ है। हर मुसीबत से निपटने के लिए इंतजाम किए गए हैं।