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शिव की शरण में जाने से मिटते हैं कष्ट : कमलानंद

फाजिल्का : श्री कल्याण कमल आश्रम हरिद्वार के स्वामी कमलानंद गिरी महाराज ने शिव महिमा सुनाते हुए कहा कि शिव पूजा में दूध, दही, मधु, घृत और गन्ने के रस से स्नान कराके चंपक, पाटल, कनेर, मल्लिका तथा कमल के पुष्प चढ़ाएं। इससे शिवजी शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं। जगत का आदि कारण शिव को माना गया हैं। शिव से ही आद्य शक्ति माया का आविर्भाव होता है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Feb 2019 12:23 AM (IST)Updated: Sat, 16 Feb 2019 12:23 AM (IST)
शिव की शरण में जाने से मिटते हैं कष्ट : कमलानंद
शिव की शरण में जाने से मिटते हैं कष्ट : कमलानंद

संवाद सहयोगी, फाजिल्का : श्री कल्याण कमल आश्रम हरिद्वार के स्वामी कमलानंद गिरी महाराज ने शिव महिमा सुनाते हुए कहा कि शिव पूजा में दूध, दही, मधु, घृत और गन्ने के रस से स्नान कराके चंपक, पाटल, कनेर, मल्लिका तथा कमल के पुष्प चढ़ाएं। इससे शिवजी शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं। जगत का आदि कारण शिव को माना गया हैं। शिव से ही आद्य शक्ति माया का आविर्भाव होता है। ब्रह्माजी से वर पाने के बाद तारिकासुर के तीन पुत्रों ने मयदानव के द्वारा तीन नगर बनवाए। उसमें एक सोने का, एक चांदी का और एक लोहे का था। ये नगर आकाश में इधर-उधर घूम सकते थे। इसमें बड़े-बड़े भवन व बाग थे। इन भवनों में सुख-सुविधा इतनी थी कि जो भी दानव कोई भी इच्छा करता वो उन्हें मिल जाता। इतना ही नहीं तारिकासुर के पुत्र ने तपस्या करके ब्रह्मा जी से वर मांगकर मुर्दो को भी जीवित कर देने वाली बाबड़ी बनवाई। अगर कोई भी दानव मर जाता तो उसे उस बाबड़ी में ले जाया जाता और वह पुन: जीवित हो जाता। यही नहीं वो पहले से ज्यादा शक्तिशाली हो जाता। फिर क्या था सभी दानव निर्भय होकर देवताओं को और ज्यादा डराने लगे। वे जगह-जगह देवतओं को भगाकर इधर-उधर विचरने लगे। देवताओं में हाहाकार मच गया। सभी देवता जब बहुत ज्यादा पीड़ित हो गए तो इंद्र के साथ मिलकर उन नगरों में प्रहार करने लगे। लेकिन ब्रह्मा जी के वरदान के प्रभाव से सभी असुर पुन: जीवित हो जाते। सभी देवता मिलकर ब्रह्मा जी के पास गए तो ब्रह्मा जी ने उन्हें भगवान शिव के पास जाने को कहा। वो बोले कि इस समस्या का समाधान सिर्फ भगवान शिव ही निकाल सकते हैं। सभी देवता शिव जी के पास गए और विपदा सुनाई। भगवान शिव की शरण में जाकर सभी ने उनकी स्तुति की और बोले कि हम सब आपके शरणागत हैं। हमें दैत्यों से बचाएं। भगवान शिव ने सभी देवताओं को अभयदान दिया और ब्रहमा जी बोले कि भगवान मेरे वरदान के चलते दैत्य काफी बलशाली हो गए हैं। उनका वध सिर्फ आपके द्वारा ही हो सकता है। तब भगवान शिव ने अपनी शरणागत आए देवताओं की रक्षा करते हुए दैत्यों का वध किया। प्रवक्ता नरेश जुनेजा ने बताया कि 16 फरवरी आज सुबह पांच से साढ़े सात बजे तक विशाल प्रभातफेरी भी निकाली जाएगी। इस मौके अध्यक्ष महावीर प्रसाद मोदी, नरेश जुनेजा, विनोद गुप्ता, सु¨रदर बजाज, राकेश नागपाल, रोशन लाल भूसरी, राकेश धवन, डॉ. रोशन लाल ठक्कर, ओम सेतिया, भारत भूषण गर्ग, असीम जुनेजा, अशोक वाट्स, विजय छाबड़ा, म¨हदर त्रिपाठी, र¨वदर भूसरी, सुशील फुटेला, नरेंद्र सचदेवा आदि उपस्थित थे।

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