शिष्यों व शिक्षकों ने चाचा नेहरू किए याद
(फाजिल्का) : बच्चों के प्यारे चाचा नेहरू का जन्म दिवस बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। नेहरू जी बच्चों को बहुत प्यार करते थे, इसलिए उन्होंने अपने जन्मदिवस को बाल दिवस के रूप में मनाने की प्रथा शुरू की। डीसी डीएवी स्कूल में बाल पूरे उत्साह से मनाया गया। सुबह की प्रार्थना सभा में प्रश्नोत्तरी के माध्यम से चाचा नेहरू के जीवन पर सवाल पूछे गए। विद्याíथयों ने कविताओं द्वारा चाचा नेहरू को याद किया।
संवाद सहयोगी (फाजिल्का) : बच्चों के प्यारे चाचा नेहरू का जन्म दिवस बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। नेहरू जी बच्चों को बहुत प्यार करते थे, इसलिए उन्होंने अपने जन्मदिवस को बाल दिवस के रूप में मनाने की प्रथा शुरू की। डीसी डीएवी स्कूल में बाल पूरे उत्साह से मनाया गया। सुबह की प्रार्थना सभा में प्रश्नोत्तरी के माध्यम से चाचा नेहरू के जीवन पर सवाल पूछे गए। विद्याíथयों ने कविताओं द्वारा चाचा नेहरू को याद किया। इसके बाद प्राइमरी कक्षाओं के विद्याíथयों में फैंसी ड्रेस मुकाबले करवाए गए। इस मौके पर ¨प्रसिपल विजय कुमार मित्तल ने विद्याíथयों में मिठाई वितरित की।
इसी तरह से आलम शाह रोड स्थित शिवालिक पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल में सर्वप्रथम अध्यापकों और बच्चों ने पंडित जी को शत-शत नमन किया। अध्यापक तिलकराज युग ने पंडित जी के जीवन पर प्रकाश डाला। अध्यापक रमन झांब द्वारा डेंगू के बचाव पर आईटम पेश की गई। आठवीं और दसवीं कक्षा के विद्याíथयों शहनाज और चिराग शर्मा द्वारा स्पीच पेश की गई। छोटे-बच्चों की पोशाके देखने योग्य थी और प्रश्नोत्तरी प्रतियागिता भी करवाई गई। चेयरमैन विजय मोंगा ने कहा कि पंडित जी के आदर्श विचार हमारे जीवन में बहुत बड़ी अहमियत रखते हैं। ¨प्रसिपल सुनीता छाबड़ा प्रबन्धक रिच्चा प्रणामी ने कहा कि विद्याíथयों के लिए यह दिन मात्र उछल कूद का न होकर उनकी बताई हुई बातों पर अमल करने का भी है। उनसे प्रेरणा लेते हुए इस दिवस को और विशेष बनाने के लिए हमें अपने विचारों में शुद्धता कायम रखनी होगी।