बैंकों की हड़ताल से 15 से 20 करोड़ का लेनदेन प्रभावित
आल इंडिया बैंक इंप्लाइज फेडरेशन के यूनियन सदस्यों की हड़ताल के दूसरे दिन बुधवार तक फाजिल्का में 15 से 20 करोड़ का लेनदेन प्रभावित हुआ। यूनियन के सदस्यों ने इलाहबाद बैंक के बाहर एकत्रित होकर केंद्र व पंजाब सरकार की विरोधी नीतियों के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की।
संवाद सहयोगी, फाजिल्का : आल इंडिया बैंक इंप्लाइज फेडरेशन के यूनियन सदस्यों की हड़ताल के दूसरे दिन बुधवार तक फाजिल्का में 15 से 20 करोड़ का लेनदेन प्रभावित हुआ। यूनियन के सदस्यों ने इलाहबाद बैंक के बाहर एकत्रित होकर केंद्र व पंजाब सरकार की विरोधी नीतियों के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की। ऐसा करने से जहां कामकाज ठप रहा, वहीं ग्रामीणों सहित आम लोगों को बैंक से जुड़े काम न हो पाने के कारण भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। एसबीआइ बैंक को छोड़कर बंद हुए 13 निजी बैंकों में पीएनबी भी शामिल था।
पंजाब नेशनल बैंक में कार्य करवाने आए फाजिल्का निवासी रमेश ने बताया कि हड़ताल के बारे में नहीं पता था। वह पैसे जमा करवाने आया और बैंक का शटर बंद मिला। इसी तरह ग्रामीण क्षेत्रों से आए लोगों को भी बैंकों में कार्य न होने के चलते बैरंग लौटते देखा गया। फाजिल्का में सबसे ज्यादा लेनदेन एसबीआइ और पंजाब नेशनल बैंक में होता है। उधर यूनियन सदस्यों ने कहा कि बैंक कर्मचारी लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगों को नजरअंदाज कर रही है। उन्होंने बताया कि अगर सरकार ने मांगों पर ध्यान न दिया तो सरकार के खिलाफ संघर्ष तेज किया जाएगा। इस अवसर पर भूपिन्द्र गर्ग, दीपक नारंग, साहिल गगनेजा, प्रेम कुमार, सतपाल, प्रदीप कुमार, हिना चावला, रिया डोडा, अभिषेक, साहिल, विवेक, राजपाल और विक्रम उपस्थित रहे। बैंक कर्मचारियों की क्या है मांगें
बैंकों के विलय को रोकना, एनपीए लोन रिकवरी करना, नई भर्तियां करना, आउटसोर्सिग को हटाना व स्थायी रूप से नियमित करना आदि कई मांगें शामिल हैं। मांगें पूरी न होने के कारण उन्हें खासी दिक्कतों से गुजरने को मजबूर होना पड़ रहा है। इन बैंकों के कर्मचारी रहे हड़ताल पर
पंजाब नेशनल बैंक, ओरिएंटल बैंक, इलाहाबाद बैंक, सेंट्रल बैंक, सेंट्रल बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, ¨सडीकेट बैंक, यूको बैंक, देना बैंक, केनरा बैंक, पंजाब ग्रामीण बैंक, आंध्रा बैंक और कारपोरेशन बैंक के कर्मचारी हड़ताल पर रहे।