मांगों को लेकर किसानों ने की नारेबाजी
भारतीय किसान यूनियन उग्राहां ने 10 मांगों को लेकर डीसी कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया।
संवाद सूत्र, फाजिल्का : भारतीय किसान यूनियन उग्राहां ने 10 मांगों को लेकर डीसी कार्यालय के समक्ष शुरू किया गया धरना तीसरे दिन भी जारी रहा। इस दौरान डीसी कार्यालय के बाहर एकत्रित किसानों द्वारा पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई।
इस मौके यूनियन के जिला महासचिव गुरभाज सिंह ने कहा कि बार-बार मांग किए जाने के बावजूद उन्हें केवल आश्वासन ही मिला, जिसके चलते उन्होंने डीसी कार्यालय के समक्ष 24 दिसंबर तक पक्का धरना शुरू कर दिया है। उन्होंने मांग की कि सरकार द्वारा घोषित गन्ने का मूल्य 360 रुपये प्रति क्विटल की पर्ची किसानों को प्रत्येक चीनी मिलों द्वारा दिए जाने की गारंटी दी जाए, जिले में बे-मौसमी बरसात और ओलावृष्टि से खराब धान व दूसरी फसलों के लिए मुआवजा राशि के तौर पर 17 हजार रुपए प्रति एकड़ किसान को, 5 एकड़ तक मालकी वाले किसानों के दो लाख तक के कर्ज तुरंत माफ किए जाए, आत्महत्या कर चुके खेत मजदूरों के परिवारों को तीन लाख की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने के साथ उनके कर्ज माफ, आंदोलनकारी किसानों पर दर्ज मामले तुरंत रद्द कर शहीद हो चुके किसानों-मजदूरों के परिवार को 5-5 लाख की आर्थिक सहायता दी जाए, साथ ही परिवार के 1 सदस्य को सरकारी नौकरी दे, गुलाबी सुंडी, बारिश के चलते नरमे की फसल खराबे, बारिश कारण जलालाबाद एरिया के पीड़ित परिवारों को 3-3 लाख मुआवजा देना शामिल हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि उक्त सभी मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए, नहीं तो आने वाले दिनों में संघर्ष ओर तेज किया जाएगा।