नहर बंदी के कारण पानी न मिलने से परेशान लोग
नहरों की सफाई के कारण कई दिन से क्षेत्र में जलसंकट गहरा गया है। लोगों को यह परेशानी अभी दो या तीन दिन और झेलनी पड़ सकती है।
संवाद सहयोगी, अबोहर : नहरों की सफाई के कारण कई दिन से क्षेत्र में जलसंकट गहरा गया है। लोगों को यह परेशानी अभी दो या तीन दिन और झेलनी पड़ सकती है। वाटर एंड सीवरेज बोर्ड के एक्सईएन जुगल किशोर ने बताया कि नहरी पानी की कमी के चलते शहर में वाटरवर्क्स से तीन दिन छोड़कर ट्यूबवेल के पानी की सप्लाई दी जा रही है। यह पानी भी शहर के अंदरूनी हिस्सों में ही सप्लाई हो रहा है, जबकि बाहरी इलाके में तो पिछले कई दिनों से पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है। धर्मनगरी और पंजपीर वाले इलाके के लोग पेयजल की किल्लत से जूझ रहे हैं। जुगल किशोर ने बताया कि पहले यह नहर बंदी 11 से 27 नवंबर तक थी, लेकिन नहरी विभाग द्वारा किसी तकनीकी खराबी के चलते यह नहरी बंदी 20 नवंबर से की गई थी, जो पांच दिसंबर तक चलेगी। उन्होंने माना कि नहर बंदी के कारण शहरी क्षेत्र के लोगों को पानी की किल्लत हो रही है। हालांकि विभाग ट्यूबवेल के पानी की सप्लाई तीन दिन छोड़ कर रहा है।
जल्द खत्म होगा सफाई का काम
नहरी विभाग के एक्सईएन एमएस राना ने उम्मीद जताई कि सफाई का काम जल्द ही खत्म हो जाएगा और नहरों में पानी प्रवाहित कर दिया जाएगा। जुगल किशोर ने कहा कि क्षेत्र का वाटरवर्क्स डैमेज घोषित होने के चलते यहां पानी स्टोर करने का कोई साधन नहीं है, जबकि नए वाटरवर्क्स, जिसकी सप्लाई लाइन पार क्षेत्र के लोगों को की जाती है, वहां स्टोर करने का पूरा प्रबंध है। क्षेत्र में अगर 30 दिन भी नहर बंदी हो तो उन्हें यहां कोई समस्या नहीं आएगी।