तंबाकू-सिगरेट से यारी, कैंसर, टीबी और दमे की बीमारी
नो तंबाकू डे पर सिविल सर्जन डा. दलेर मुल्तानी ने समाजसेवी संस्थाओं के सहयोग से एक मुहिम शुरू की।
संवाद सहयोगी, फाजिल्का : तंबाकू निषेध दिवस के उपलक्ष्य पर सिविल सर्जन डॉ. दलेर मुल्तानी ने समाजसेवी संस्थाओं के सहयोग से मुहिम शुरू की है। जिले के हर गांव में मुख्य स्थानों पर तंबाकू का प्रयोग न करने के लिए जागरूक करने वाली वाल पेंटिंग करवाई गई। इस पर लिखवाया गया है कि तंबाकू-सिगरेट के साथ यारी, कैंसर टीबी और दमे की बीमारी।
डॉ. मुल्तानी ने बताया कि वह इससे पहले जहां भी बतौर एसएमओ रहे हैं, वहां उन्होंने इसी तरह जागरूकता संबंधी वॉल पेंटिग करवाकर लोक भलाई के कार्य किए। अब फाजिल्का में स्वास्थ्य विभाग ने गुरबानी से सीख लेते हुए पोस्टर छपवाए हैं, जिन पर श्री गुरु रामदास का दिया संदेश 'पान-सुपारी खाकर मुंह सिगरेट लगाई, हरि-हरि कभी न चैत्यो जमी पकड़ी चलाई' को घर-घर पहुंचाने का प्रयास किया है। पोस्टर जारी करते डॉ. मुल्तानी ने कहा कि सिगरेट, या तंबाकू का सेवन करने से मुहं और पेट का कैंसर, फेफड़ों का कैंसर और दिल के रोगों के कारण हजारों लोग मौत के मुंह में जा रहे हैं। इससे जागरूक होकर ही लोग बच सकते हैं। मुख्यमंत्री पंजाब कैंसर राहत कोष स्कीम के तहत कैंसर के मरीज को डेढ़ लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता दी जाती है। इसके तहत जिले में 2019 में 152 मरीजों को 2,12,80,000 रुपये की सहायता दी जा चुकी है। डॉ. मुल्तानी ने कहा कि पराली, चूल्हे का धुआं या गलियों और सड़कें पर कचरे को जलाने से पैदा हुआ धुआं भी स्वास्थ्य को उतना ही नुकसान करता है, जितना कि सिगरेट आदि का धुआं करता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे आने वाली पीढ़ी को बचाने के लिए प्रदूषण के बारे में गंभीरता से सोचें और इसे खत्म करने के लिए अधिक कदम उठाएं। इस मौके पर एसएमओ डॉ. सुधीर पाठक, जिला मास मीडिया अधिकारी अनिल धामू आदि उपस्थित थे।