दौरा पड़ने से युवक की मौत, दो दिन खेत में पड़ा रहा शव
गांव खुईखेड़ा के रहने वाले एक युवक की दौरा पड़ने से मौत हो गई।
संवाद सूत्र, खुईखेड़ा : गांव खुईखेड़ा के रहने वाले एक युवक की दौरा पड़ने से मौत हो गई। मृतक का शव दो दिन तक खेत में ही पड़ा रहा, जब परिजन युवक को ढूंढते हुए खेत में पहुंचे तो वहां से युवक का शव मिला।
थाना खुईखेड़ा के सहायक थानेदार जसवंत सिंह ने बताया कि खुईखेड़ा गांव के युवक राज कुमार ने पुलिस को बताया कि उसका बड़ा भाई बिल्लू (25) अविवाहित था, जिसे अकसर ही मिर्गी के दौरे पड़ते रहते थे। बिल्लू सोमवार को मोटरसाइकिल लेकर पशुओं के लिए चारा लेने के लिए गया था और कह कर गया था कि बाद में सालासर जाउंगा, जब वो वापस नहीं आया तो उन्होंने सोचा शायद बिल्लू सालासर धाम चला गया होगा, लेकिन बुधवार को गांव बोदीवाला पिथा के एक खेत में बिल्लू का शव पड़ा हुआ मिला। पास ही उसकी बाइक व चारा भी पड़ा था। हो सकता है कि बिल्लू को मिर्गी का दौरा ही पड़ा होगा, जिसके चलते उसकी मौत हो गई। उन्होंने पुलिस को दिए बयान में कहा कि उनकी किसी के साथ कोई रंजिश नहीं है। जिस पर पुलिस ने धारा 174 के तहत कार्रवाई करते हुए पोस्टमार्टम कर शव को परिजनों के हवाले कर दिया। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद मौत के सही कारण का पता चल पाएगा।
डिफाल्टर ने दर्ज करवाया झूठा केस, बैंक मैनेजर ने नहर में छलांग लगा की खुदकुशी जागरण संवाददाता, मक्खू (फिरोजपुर) : कार खरीदने के लिए प्राइवेट बैंक मैनेजर ने आरोपित को पांच लाख रुपये का लोन दिलवाया। लोन की किश्तें न भर डिफाल्टर होने पर कार रिकवर की तो आरोपित ने कार पर केस होने की झूठी शिकायत देकर बैंक मैनेजर और उसके भाई पर केस दर्ज करवा दिया। केस दर्ज होने के कारण बैंक मैनेजर ने नहर में कूद कर खुदकुशी कर ली। पुलिस को सुसाइट नोट मिला, जिसमें पनसप के एक मुलाजिम और एक सब इंस्पेक्टर का नाम लिखा था। मृतक के भाई का आरोप है कि पुलिस ने एक आरोपित पर पर्चा दर्ज किया है, जबकि सब इंस्पेक्टर पर कोई कार्रवाई नहीं की।
थाना मक्खू में मंगलवार को बंगाली वाला पुल दाखली तलवंडी नेपालां के नजदीक सरहंद फीडर नहर में छलांग लगाकर बैंक मैनेजर की खुदकुशी का केस दर्ज किया गया है। हालांकि अभी तक बैंक मैनेजर का शव बरामद नहीं हुआ। पुलिस ने मृतक के भाई के बयान पर एक व्यक्ति के खिलाफ खुदकुशी के लिए उकसाने की धाराओं तहत मामला दर्ज किया है। मृतक के भाई मनप्रीत सिंह निवासी वार्ड नंबर सात कोटकपूरा रोड मोगा ने बताया कि उसका भाई लखवीर सिंह मोगा में एक प्राइवेट बैंक में मैनेजर था। आरोपित रणजीत सिंह वासी दमन नगर मोगा पनसप में मुलाजिम था और दो साल पहले उसने आरोपित को कार दिलवाई तो लखवीर ने अपने बैंक से आरोपित को पांच लाख का लोन दिलवाया। आरोपित ने लोन की किस्तें न भरी और भाई को लोन रद कराने की धमकी दी। आरोपित ने झूठे बयान देते हुए कहा कि कार पर आपराधिक केस दर्ज है। पुलिस ने आरोपित की शिकायत पर दोनों भाइयों पर पर्चा दर्ज कर दिया। हालांकि पुलिस जांच के बाद आरोपित को कार बेची गई और बैंक ने सभी औपचारिकताएं पूरी कर लोन दिया था। इसके बाद आरोपित की कार बैंक ने जब्त कर ली। मनप्रीत सिंह ने बताया कि भाई लखबीर की 12 नवंबर को शादी थी, लेकिन पुलिस केस दर्ज होने कारण वो मानसिक तौर पर परेशान रहने लगा था। मंगलवार शाम को नहर के पास सुसाइट नोट मिला, जिसमें उसने खुदकुशी के लिए आरोपित और झूठा केस दर्ज करने वाले सब इंस्पेक्टर को जिम्मेदार बताया है। पुलिस ने आरोपित रणजीत सिंह पर तो केस दर्ज किया, लेकिन सब इंस्पेक्टर पर कार्रवाई नहीं की। शव मिलने के बाद करेंगे अगली कार्रवाई : जांच अधिकारी
मामले के जांच अधिकारी थाना मक्खू के सब इंस्पेक्टर जसविदर सिंह ने बताया कि पुलिस लखबीर सिंह के शव की तलाश कर रही है। अभी मामला दर्ज किया गया है। शव मिलने के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी।